बीकानेर। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में शुक्रवार को सैकड़ों शिक्षक काउंसिलिंग का इंतजार करते रहे। मगर शुुुुक्रवार 15 जून कोलगभग 12 घंटे बीतने के बाद भी उनकी काउसिंलिंग शुरू नहीं हो सकी।
अधिकांश महिला शिक्षिकाओं के साथ उनके बच्चे भी काउंसिलिंग की देरी से परेशान रहे। बिगड़ मौसम ने भी शिक्षकों व उनके परिजनों को हैरान-परेशान किया।
जानकारी के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा से माध्यमिक शिक्षा में सेटअप परिवर्तन के तहत भेजे गए प्रथम लेवल के 272 शिक्षकों को पदस्थापन के लिये काउंसिलिंग शुक्रवार सुबह 9 से शुरू होनी थी।
यह काउंसिलिंग देर रात समाचार लिखे जाने तक शुरू नहीं हो सकी थी। जानकारी के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा सेटअप परिवर्तन के तहत 272 शिक्षकों की सूची माध्यमिक शिक्षा विभाग को भेजी गई थी।
जिसकी काउंसिलिंग के लिये जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा 270 पद प्रदर्शित किए गए तथा विभिन्न त्रुटियों का निस्तारण कर रात साढ़े 8 बजे तक नहीं हो सका था। समाचार लिखे जाने तक 260 शिक्षकों के पंजीकरण हो चुके थे।
विधवा, परित्याक्ता, विकलांग आदि को पहली वरियता से पोस्टिंग दी जाएगी।
उधर, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक दयाशंकर अरड़ावतिया ने बताया कि विभाग ने काउंसिलिंग की सभी व्यवस्थायें सुबह से ही कर रखी थी लेकिन शिक्षकों ने पदों के प्रदर्शन को लेकर विरोध किया।
शिक्षकों का आरोप था कि सभी रिक्त पद दर्शाये नहीं गए हैं।
पेयजल व्यवस्था सुचारू करने की मांग
बीकानेर। शहर में पेयजल की समस्या को लेकर रामपुरा बस्ती के लोगों ने कलक्टर को ज्ञापन देकर पानी की आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है। लोगों का कहना है जलदाय विभाग इन दिनों अपनी मर्जी के समय पर पानी की आपूर्ति करता है। कई बार तो देर रात को पानी की सप्लाई की जाती है जिससे की अनेक लोग पानी का भण्डारण भी नहीं कर सकते हैं। इससे उनकी दिनचर्या बिगड जाती है। लोगो ने मांग की कि पेयजल एक निश्चित समय पर सप्लाई किया जा सके ताकि लोग अपने घरों के काम आसानी से निबटा सके।