रसायन और उर्वरक मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की बैठक आयोजित
NEERAJ JOSHI, नई दिल्ली (समाचार सेवा)। हिंदी का अधिक उपयोग हमें प्रधानमंत्री के एक भारत–श्रेष्ठ भारत विजन के नजदीक लाता है – डॉ. मनसुख मांडविया, केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने हिंदी का प्रचार और अधिक उपयोग हमें प्रधानमंत्री के एक भारत, श्रेष्ठ भारत विजन के नजदीक लाता है।
डॉ. मांडविया मंगलवार को रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में वर्तमान सरकार हिंदी के प्रयोग में सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के सिद्धांतों को तेजी से लागू कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपने संबोधन के दौरान संचार के साधन के रूप में अधिकतर हिंदी का उपयोग करते हैं। डॉ. मांडविया ने कहा कि महात्मा गांधी ने राष्ट्र की तेजी से प्रगति के लिए राष्ट्रीय प्रथाओं में हिंदी के उपयोग के महत्व पर जोर दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह स्वयं हैं हिंदी के उत्साही वक्ता
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह स्वयं हिंदी वक्ता हैं और यह भी सुनिश्चित करते हैं कि उनके मंत्रालयों में अधिक से अधिक काम हिंदी में किया जाए।
उन्होंने कहा कि यह विचार बहुत महत्वपूर्ण है कि हिंदी किस प्रकार ऐसी भाषा बन सकती है जो सरकारी कामकाज में हमारे स्वाभिमान का प्रतीक हो और हमें एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लक्ष्य के करीब ला सकती हो।
कार्यक्रम में लोकसभा सांसद भर्तृहरि महताब, रसायन और उर्वरक विभाग के सचिव अरुण भरोका, औषधि विभाग की सचिव एस. अपर्णा, वरिष्ठ अधिकारी, प्रसिद्ध पत्रकार, हिंदी के विद्वान और हिंदी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।