NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। बीकानेर विद्वत परिषद् ने सोमवार 20 अक्टूबर को दीपावली मनाने का निर्णय लिया है। परिषद से जुड़े पंडितों के अनुसार अमावस्या में प्रदोषकाल होने की वजह से 20 अक्टूबर को ही दीपावली मनाना शास्त्र सम्मत। इससे पूर्व बीकानेर के ही पंडितों के कुछ अन्य समूहों ने 21 अक्टूबर को दीवाली मनाना शुभ बताया था।
अब काशी विद्वत परिषद् की तर्ज पर बनी बीकानेर विद्वत परिषद् से जुड़े विद्वजनों के अनुसार ज्योतिष, धर्मशास्त्र एवं परंपरागत मतों के आधार पर 20 अक्टूबर को दीपावली मनाना शास्त्र सम्मत बताया है। बीकानेर विद्वत परिषद् बीकानेर के ज्योतिषी, पंचाग के गणितज्ञ, धर्म-शास्त्र का ज्ञान रखने वाले गुणीजन सम्मिलित हैं जिन्होंने कहा है कि भविष्य मे किसी भी तीज, पर्व, त्यौहार व्रत आदि का ये परिषद् अपना शास्त्र सम्मत निर्णय देंगे।

जानकारी के अनुसार बीकानेर विद्वत परिषद् ने गुरुवार 16 अक्टूबर को किराडू बगेची, भालचंद्र गणेश मंदिर में विद्वत् सभा एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया। इसमें आगामी 20 अक्टूबर को दीपावली पर्व मनाने के विषय पर विचार रखे गए। विद्वत् सभा में नगर के प्रमुख आचार्यगण, पंडितगण एवं संस्कृतप्रेमी सहभागी बनें। कार्यक्रम का उद्देश्य पंचांगीय गणना एवं वैदिक मान्यताओं के आधार पर दीपावली पर्व की यथार्थ तिथि पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर पं नथमल पुरोहित, पुजारी बाबा, मम्मू महाराज, डॉ गोपाल नारायण व्यास, सुशील किराडू, राजेन्द्र किराडू, अशोक किराडू, अशोक ओझा, योगेश बिस्सा, योगेश ओझा, आदित्य आचार्य माध्यन्दिन, डॉ योगेश व्यास, मांगीलाल भोजक, गायत्री प्रसाद यज्ञ प्रसाद शर्मा आदि गणमान्य विद्वानजन ज्योतिष, धर्मशास्त्र एवं परंपरागत मतों के आधार पर 20 अक्टूबर को दीपावली मनाने के औचित्य पर अपने विचार प्रकट किये।
कार्यक्रम के संचालक नानू महाराज किराडू ने बताया कि कार्यक्रम के अंत में सर्वसम्मति से निर्णय लेकर जनता से अनुरोध किया कि वे वैदिक परंपरा के अनुसार दीपावली मनाएं।


