बीकानेर, (समाचार सेवा)। कृषिविश्वविद्यालयमें खजूरकीखुलीनीलामीआज सोमवार सुबह 11 बजे, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के अनुसंधान फार्म में सोमवार सुबह खजूर फल की खुली नीलामी सोमवार 14 जून को सुबह 11 बजे से की जाएगी।
संयुक्त निदेशक अनुसंधान डॉ एस आर यादव ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान फार्म में खजूर की फसल पकान की अवस्था में आने को तैयार है। उन्होंने बताया कि ट्रेन फलों की खुली नीलामी सोमवार को रखी गई है। नीलामी के कुछ ही दिनों में लोगों को खजूर पौष्टिक फल खाने को मिल सकेंगे।
विवि के अनुसंधान फार्म के प्रभारी डॉ ए.आर. नकवी ने बताया कि कृषि विवि में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के अखिल भारतीय शुष्क फल अनुसंधान परियोजना के अंतर्गत विगत 40 वर्षों से खजूर उत्पादन पर कार्य चल रहा है।
इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय स्थित फार्म पर देश विदेश की 35 किस्मों पर अनुसंधान कार्य चल रहा है। खजूर प्राचीनतम फल वृक्षों में से एक महत्वपूर्ण फल वृक्ष है। इस फल की प्रति इकाई से अधिकतम ऊर्जा प्राप्त होती है।
अगर इसके उपयोग की बात की जाए तो इसे कच्चे फल के रूप में और पिंड खजूरएवं छिवारा के रूप में खाया जाता है। खजूर की खेती के लिए शुष्क एवं अधिक तापमान की आवश्यकता होती है।
ऐसी परिस्थितियां उत्तर पश्चिमी भारत, विशेषतया राजस्थान में होने के कारण राजस्थान को खजूर की खेती के लिए उपयुक्त माना गया है परंतु सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता होनी चाहिए यद्यपि कम गुणवत्ता वाले पानी (खारे पानी) से भी इसकी सिंचाई की जा सकती है।
अनुसंधान फॉर्म के निष्कर्षों के अनुसार हलानी, बरही, सुनीजी व खलास कच्चे फल खाने के लिए उपयुक्त बताई गई है। खदरावी व सामरान किस्म के पिंड खजूर अच्छे बनते हैं। मेडजूल किस्म छिवारा बनाने के लिए सर्वोत्तम पाई गई है।
खुली नीलामी संबंधी जानकारी के लिए संयुक्त निदेशक अनुसंधान डॉ एस आर यादव (9509615536) से संपर्क किया जा सकता है। खुली नीलामी का स्थान अनुसंधान फार्म कृषि विश्वविद्यालय, दिनांक 14 जून 2021 समय 11:00 बजे।