बीकानेर, समाचार सेवा। मांगे नहीं मानी तो रेलकर्मी करेंगे रेल का चक्का जाम! डीआरएम कार्यालय के सामने भूख हडताल पर बैठे रेलकर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी तो वे रेल का चक्का जाम कर देंगे।
नई पेंशन नीति के स्थान पर गारंटीड पेंशन तथा रेलवे में निजीकरण को रोकने सहित विभिन्न मांगों के लिये रेलकर्मियों ने मंगलवार 8 मई से बीकानेर में डीआरएम कार्यालय के पास 72 घंटे का क्रमिक अनशन भूख हडताल शुरू की है।
रेल कर्मचारी नेता व नार्थ वेस्ट र्न रेलवे एम्लाइज युनियन बीकानेर अनिल व्यास ने बताया कि नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्लाइज युनियन मुख्यालय जयपुर व ऑल इंडिया रेलवे मैन्सी फेडरेशन के आव्हान पर शुरू किए गए इस क्रमिक अनशन भूख हडताल के बाद भी सरकार ने मांगे नहीं मानी तो रेल कर्मचारी रेल का चक्का जाम कर देंगे। उन्होनें बताया कि 8 मई से शुरू हुआ उनका क्रमिक अनशन 11 मई की सुबह 9 बजे तक चलेगा।
वेतन पाने के लिये संविदा फार्मासिस्टों का अनशन शुरू
पीबीएम अस्पंताल में कार्यरत फार्मासिस्टों ने अपना वेतन पाने तथा बढे हुए वेतन का एरियर देने की मांग पर मंगलवार 8 मई से पीबीएम अस्पबताल के मुख्यथ दÞवारा के पास अपना अनशन शुरू किया है।
इसके तहत राजस्था्न फार्मासिस्टम हितकारी संघ (राज.) प्रदेश उपाध्यसक्ष दीपक कुमार छंगाणी अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे जबकि तीन अन्यर संविदा फार्मासिस्टद देवीलाल दैया, हेतराम कासनिया व बाबूलाल क्रमिक अनशन पर बैठेंगे।
फार्मासिस्ट छंगाणी ने बताया कि पीबीएम अस्पकताल में कार्यरत तीन तीन संविदा कर्मी फार्मसिस्ट् देवीलाल दैया, हेतराम कासनिया व बाबूलाल को पिछले पांच साल यानी जुलाई 2013 से आज तक वेतन नहीं मिला है।
उन्होने बताया कि इस मामले में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर से अनेक बार बात की गई मगर सकारात्मकक जवाब नहीं मिला है। छंगाणी के अनुसार अब जब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो जाता है अनशन जारी रहेगा।
उन्होंतने बताया कि उनकी कुल हमारी आठ मांगे हैं। जिन्हे लगातार नजर अंदाज किया जा रहा है और इसका कारण एम के मेडिकल सर्विसेज प्रोवाईडर कंपनी है जिसकी पीबीएम अस्पाताल प्रशासन की साठ गांठ है।
कंपनी फार्मासिस्टों के बिल पेश नहीं कर रहे हैं और अस्पाताल प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसी कारण भुगतान अटका हुआ है।