नीरज जोशी
बीकानेर, (samacharseva.in)। बीकानेर शहर को बिजली सप्लाई करने वाली निजी कंपनी बीकानेर इलेक्ट्रीसिटी सप्लाई लिमिटेड (बीकेईएसएल) वर्तमान में 40 करोड़ रुपये से अधिक के घाटे में चल रही है। बीकानेर में 2017 से अपना ऑपरेशन शुरू करने वाली इस कंपनी बीकानेर में 20 सालों का करार है। कंपनी के सीओओ शांतनु भट्टाचार्य का कहना है कि आगामी तीन वर्षों में घाटा कम होने की पूरी उम्मीद है।
बीकानेर के पत्रकार नीरज जोशी से बातचीत में भट्टाचार्य ने बताया कि कंपनी ने बीकानेर के बिजली तंत्र को सुधारने के लिये 90 करोड़ रुपये इन्वेस्ट किए। शांतनु ने माना कि बिजली की चोरी भी घाटे की एक बड़ी वजह है। इसके लिये बिजली चोरी को रोकने के लिये सभी स्तर के प्रयास जारी है। कंपनी का ध्येय उपभोक्ता को प्रोपर सर्विस देने का है। बिजली बिल माफ करने के सवाल पर सीओओ ने कहा कि अभी तक सरकार की ओर से कोई निर्देश नहीं आये हैं।
जो भी आदेश सरकार या डिस्कॉम से आयेंगे उन्हें शतप्रतिशत लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक सरकार ने कंपनी को जो भी आदेश दिये हैँ उनको पूरी तरह लागू किया गया है। अंतिम तिथि से पूर्व बिल का भुगतान करने वालों को जो छूट देने की घोषणा सरकार ने की है वह छूट उपभोक्ताओं को दी जा रही है।
शांतनु ने माना कि बीकानेर में बिजली की चोरी एक महामारी का रूप ले चुकी है। लॉकडॉउन कॉल में बिजली चोरी की घटनाओं में बढोतरी हुई। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने के कारण विजिलेंस के काम भी प्रोपर तरीके से नहीं हो सके। शहर में कहां चोरी होती है हमारी नजर में हैं। निगरानी में है। बिजल मित्रों से सूचना मिलती है। मीडर रिंडिंग से पता कर ऐनालाइज किया जा रहा है। ताकि कार्रवाई की जा सके। बिजली चोरी की घटनाओं का असर ईमानदार उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है।
अभी तो बिजली चोरी पर जुर्माना ही वसूला जा रहा है कानून में बिजली चोरी आपराधिक घटना है जिसकी जमानत भी नहीं हो सकती। बीकानेर में बिजली चोरी के अधिक मामले दर्ज नहीं कराये जा सके हैँ क्योंकि यहां बिजली थाने को लेकर कुछ इश्यू है। उसका निस्तारण के प्रयास किया जा रहे हैं। सरकार की ओर से भी बिजली छीजत घटाने का प्रयास किया जा रहा है। साल के अंत तक विभिन्न परेशानियों पर काबू किया जा सके इसके प्रयास जारी है।