वर्ल्ड केमल डे पर ऊँट उत्पादों से बिमारियों का निदान विषय पर हुई अन्तरराष्‍ट्रीय वेबसिम्पोजियम

International web-symposium on the diagnosis of diseases from camel products on World Camel Day-1
International web-symposium on the diagnosis of diseases from camel products on World Camel Day-1

भारत, अमेरिका, ब्राजील, सऊदीअरब, स्पेन, आस्ट्रेलिया से 350 प्रतिभागी जुड़े

बीकानेर, (समाचार सेवा)। वर्ल्ड केमल डे पर ऊँट उत्पादों से बिमारियों का निदान विषय पर हुई अन्तरराष्‍ट्रीय वेबसिम्पोजियम, वर्ल्ड केमल डे पर मंगलवार को राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर के इंटर डिस्प्लनरी रिसर्च कन्जोटियम द्वारा ऊँट उत्पादों से बिमारियों का निदान विषय पर अन्तरराष्‍ट्रीय वेबसिम्पोजियम का आयोजन किया गया।

वेबसिम्पोजियम की शुुरूआत कैलिफोर्निया अमेरिका की क्रिस्टीना एडमस ने की। कीनोट स्पीकर क्रिस्टीना एडमस ने कैमल मिल्क द्वारा आटिज्म जैसी गंभीर बिमारी के निदान के बारे में किए गये प्रायोगिक अध्ययन को पावर पाइंट के माध्यम से समझाया।

कार्यक्रम में क्रिस्टीना द्वारा रचित पुस्तक क्रेजी फॉर कैमल पर विशेष चर्चा हुई। क्रिस्टीना ने राजस्थान विशेष कर ग्रीन कैमिस्ट्री रिसर्च सेंटर बीकानेर में किये जा रहे शोध कार्यों को अपने व्याख्यान में रेखांकित किया। वेबसिम्पोजियम के आन लाईन क्विज का आयोजन किया गया।

इसमें 100 से अधिक  प्रतिभागियों ने भाग लिया। विजेताओं के नामों की घोषणा क्रिस्टीना एडम्स द्वारा की गई। वेबसिम्पोजियम में ग्रीन कैमिस्ट्री रिसर्च सेंटर द्वारा निर्मित एवं अब्दुल शाहिद द्वारा निर्देशित साईंस फिल्म ‘‘कैमल मिल्क व आटिज्म’’ तथा कैमल मिल्क फॉर डायबिटीज का प्रदर्शन किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि नेशनल रिसर्च सेन्टर फॉर कैमल बीकानेर के निदेशक डॉ. ए.साहू ने सरसों के तेल में सल्फर का आंकलन, कैमल मिल्क का प्रोटिओंमिक्स जैसे विषयों को विस्तार से बताया। विशिष्ट अतिथि डायबिटीज रिसर्च सेंटर के निदेशक डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने कैमल मिल्क द्वारा डायाबिटीज निदान के बारे में जानकारी दी।

डूंगर महाविद्यालय बीकानेर के प्राचार्य डॉ. जी.पी. सिंह ने नैक ग्रेडिंग एवं विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में इसकी अवधारणा बताई। उन्होंने राइका प्रजाति की विशिष्टताओं को इंगित किया। कन्वीनर डॉ. एच.एस. भंडारी ने बताया कि राजकीय डूंगर महाविद्यालय के बी.आई.आर.सी. द्वारा पहला अन्तरराष्‍ट्रीय वेब सिम्पोजियम आयोजित किया गया जिसमें अमेरिका, ब्राजील, सऊदी अरब, स्पेन, आस्ट्रेलिया जैसे देशों सहित भारत वर्ष से 350 प्रतिभागी उपस्थित रहे।

इससे पूर्व सहायक निदेशक डॉ. राकेश  हर्ष ने स्वागत उद्बोधन दिया। वेबसिम्पोजिप सचिव डॉ. एस.के. वर्मा ने बीआईआरसी द्वारा अर्न्तसंकाय शोध कार्यों की अवधारणा के बारे में बताते हुए इसके फाउंडर डॉ. नरेन्द्र भोजक, डॉ. रवीन्द्र मंगल व डॉ. सुमन शर्मा को धन्यवाद अर्पित किया।

जूम प्लेटफार्म पर आयोजित इस कार्यक्रम पर राज. डूंगर महाविद्यालय सहित बीकानेर के कार्यक्रम में डॉ. आर के पुरोहित,  डॉ. एस एन जाटोलिया, डॉ. राजाराम, डॉ. उमा राठौड़, डॉ. एस. के. यादव, डॉ. सुषमा जैन आदि ने भाग लिया। वेबसिम्पोजियम के को-पैर्टन डॉ. ए.के. यादव ने आभार व्यक्त किया।