नई दिल्ली, (समाचार सेवा)। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि डॉ. अम्बेडकर के विचार और शिक्षा हमेशा प्रासंगिक है। नायडू बुधवार 30 मई को यहां डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक और डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र का दौरा किया।
उन्होंने कहा कि युवाओं को डॉ. अम्बेडकर के जीवन और दर्शन को समझने के लिए पांच तीर्थ स्थलों की यात्रा करनी चाहिए। उपराष्ट्रति ने इन पांच तीर्थ स्थलों के रूप में डॉ. अम्बेडकर के जन्म स्थल महू, मध्य प्रदेश, ब्रिटेन में अध्ययन करते समय लंदन में उनका निवास स्थान, नागपुर में दीक्षा भूमि, दिल्ली में महापरिनिर्वाण स्थल और मुंबई में चैत्य भूमि स्मारकों का निर्माण करने के लिए सरकार की सराहना की।
नायडू ने डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक और डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र का दौरा कर भारतीय संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि अर्पित की। उपराष्ट्रपति ने बताया कि आज यहां इस स्मारक और केन्द्र का निर्माण श्रद्धेय समाज सुधारक और भारतीय संविधान निर्माता के प्रति श्रद्धाजंलि के तौर पर पांच तीर्थ स्मारकों के हिस्से के रूप में किया गया है।
उपराष्ट्रपति डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र गए और वहां उन्होंने सभागार तथा विशाल पुस्तकालय का दौरा किया। उन्होंने इस स्मारक भवन का निर्माण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत तथा अन्य व्यक्तियों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर के योगदान को समझने और उन पर अनुसंधान करने हेतु युवा पीढ़ी के लिए यह स्थान महत्वपूर्ण होगा।