ये कैसा अभियान, भक्ति गीत का ही ‘कचरा’ कर दिया

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श्याम शर्मा

बीकानेर (समाचार सेवा)। ये कैसा अभियान, भक्ति गीत का ही ‘कचरा’ कर दिया। बीकानेर में भगवान श्रीकृष्ण के भक्ति गीत ‘राधे-राधे-राधे बरसाने वाली राधे’ को जबरदस्ती कचरा गीत बनाने से यहां के कृष्ण भक्तों में खासा रोष है।

वृंदावन-गोवर्धन यात्रा में परिक्रमा की महिमा का बखान करने वाला यह भक्ति गीत बीकानेर में सुनते ही लोग घरों और दुकानों का कचरा लेकर आ जाते हेँ। भक्ति गीत का यह अपमान बीकानेर में पिछले कई महीनों से हो रहा है। इसे लेकर लोगों को घोर आपत्ति भी है लेकिन नगर निगम ने इससे अपना पल्ला झाड़ लिया है।

दरअसल बीकानेर शहर में घर-घर कचरा एकत्र करने वाली गाड़ियों के आने का संकेत देने के लिए यही भक्ति गीत बजाया जाता है। निगम की ओर से कचरा एकत्र करने वाले एनजीओ की ओर से शहर में जितनी भी गाड़ियां कचरा एकत्र करने का काम करती है, उन सब पर यही भजन बजता है। इस भजन की आवाज सुनते ही लोग कहने लगते हैं – कचरा लाओ, कचरा लाओ।

दरअसल कचरा एकत्र करने वाली गाड़ियों पर केन्द्र सरकार की ओर से स्वीकृत शपथ गीत ही बजाया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की 145 वी जयंती पर जब स्वच्छता अभियान शुरू किया था। उस समय भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अधिकारिक रूप से शपथ गीत जारी किया था। इस गीत को प्रसून जोशी ने लिखा और कंपोज किया जबकि मशहूर सूफी गायक कैलाश खेर ने अपनी आवाज में गाया।

इस शपथ गीत के बोल बच्चे-बच्चे की जुबान पर चढ़ गए थे। ये बोल हैं – स्वच्छ भारत का इरादा, इरादा कर लिया हमने, देश से अपने वादा, इरादा कर लिया हमने… लेकिन बीकानेर में यह शपथ गीत नहीं बजाया जाता है।रेलवे स्टेशन पर स्थित दो मॉल के सफाईकर्मियों राकेश और जग्गू से बात की तो उन्होंने भी यही कहा कि वे राधे-राधे वाली कचरा गाड़ी में अपने मॉल का कचरा डालते हैं।

भक्तिगीत को कचरे से जोड़ने से वैष्णव संप्रदाय ही नहीं कृष्ण भक्तों को भारी एतराज है। उन्होंने कई बार कचरा गाड़ी वाले को इस भजन को नहीं बजाने का अनुरोध किया लेकिन उसने ठेकेदार से बात करने की कहकर टरका दिया।

 * इनका कहना है

स्वच्छ भारत मिशन के गीत की जानकारी नहीं है, इसलिए हमने गाड़ियों पर यह भजन ही सैट कर दिया। यह भजन हमारा सिंबल है कि कचरा लेने गाड़ी आई है –

– मोहर सिंह यादव, स्वच्छता प्रहरी संस्थान, बीकानेर

* इनकी भी सुनो

श्रीकृष्ण के भक्तिगीत को कचरा गाड़ी से जोड़कर इसका अपमान किया गया है। हमें बड़ी पीड़ा होती है और कई बार गाड़ी वाले को मना भी किया लेकिन वह सुनता ही नहीं है।

– मदन मोहन गोस्वामी, गणेश व्यास