गोपाल बोले, बच्चों का था झगडा, यशपाल अब भी चुप

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बीकानेर, (समाचार सेवा) शुक्रवार-शनिवार की आधी रात को कांग्रेसी नेताओं व समर्थकों के बीच आपसी झगडे पर अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्‍य गोपाल गहलोत ने लगभग 12 घंटे बाद अपनी चुप्‍पी तोडी है।

सोशल मीडिया पर जारी अपने बयान में गोपाल गहलोत ने कहा, आज कांग्रेस नेताओं की लड़ाई को लेकर मीडिया में जो बात चल रही है वो पूरी तरह से गलत है, ऐसी कोई बात नही है..!! कल रात को बच्चो की आपसी छोटे से हुवे झगडे को बड़ा तूल दिया गया है, में इसका पूरी तरह से खंडन करता हूँ। गहलोत का बयान अपनी जगह ठीक हो सकता है, वैसे देखा जाए तो अब कांग्रेस डेमेज कंट्रोल पर उतर आई है।

आधीरात के पूरे घटनाक्रम से कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ है। अब डेमेज कंट्रोल बनता है मगर लोगों का कहना है कि गोपाल जी को भी यह सोचना चाहिये कि मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी तो झूठ नहीं बोलते तथा क्षतिग्रस्‍त गाडियां तो बच्‍चो के झगडे में कैसे टूट सकती है यह भी तो आपको ही बताना होगा।

जिम्‍मेवार पुलिस वालों ने ही समाचार की पुष्टि की थी कि गोपाल गहलोत व यशपाल गहलोत में भिडंत हुई है। कुछ मौके पर मौजूद लोगों ने भी यही कहा कि दोनों गहलोतों के समर्थकों में जबरदस्‍त मारपीट हुई, एक दूसरे को दौडा दौडा पीटा गया। यह भी बताया गया कि गोपाल के समर्थकों ने यशपाल की कार को क्षति पहुंचाई तो यशपाल के समर्थकों ने एक बाईक को आग के हवाले कर दिया।

शुक्रवार-शनिवार की देर रात तीन बजे तक कांग्रेसी दबंगों का आतंक शहर के अनेक हिस्‍सों में देखा गया और अब कहा जा रहा है कि बच्‍चों का झगडा था।  अगर बच्‍चों का ही झगडा था और  सडक पर किसी ने भी तांडव मचाया है तो एक जिम्‍मेवार नागरिक की तरह उनको एफआईआर भी दर्ज करानी चाहिये। वैसे बताया जा रहा है कि पहले गोपाल गहलोत के यहां ही दोनों गहलोतों के बीच झगडा हुआ। वहां यशपाल की कार को क्षति पहुंचाई गई। बाद में यशपाल के भाई और मौके पर पहुंच गए और वहां यशपाल के बारे में जानकारी नहीं मिलने पर उन्‍होंने भी तोडफोड की।