सीमा क्षेत्र की सडकों का खस्‍ता हाल

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बीकानेर, (समाचार सेवा)सीमा क्षेत्र की सडकों का खस्‍ता हाल, जिले के पाकिस्‍तान से लगते सीमा क्षेत्र में भारत की ओर की सडकों का हाल बुरा है।

यहां देखिये खस्‍ता हाल सडकों का वीडियो

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खस्‍ता हाल सडकों के चलते पिछले 5 सालों में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले सप्ताह सत्तासर छतरगढ़ के बीच में एक महिला और मोटरसाइकिल सवार बस की भिड़ंत के कारण इन दोनों की मृत्यु हो चुकी है।

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कारण रहा टूटी सड़क में खड्डे से बचने के कारण बस की चपेट में यह परिवार आ गया। सीमावर्ती विधानसभा क्षेत्र खाजूवाला की मुख्य सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी है।

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सीमा क्षेत्र में छतरगढ़ होते हुए घडसाना, अनूपगढ़ रोड तक के अलावा इस सडक का एक हिस्सा बीकानेर से सत्तासर, कंकराला फान्टा हुते हुये खाजूवाला तक जाती है।

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यह सड़क आमजन के साथ साथ, देश की सुरक्षा से भी जुड़ी हुई है। सैनिक साजो समान के लिए भी यह सड़क लाइफ लाइन है।

जिला परिषद की आम सभा में भी क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सत्तू खान ने भी इस सड़क के बारे में कई बार सुधारने की मांग उठाई लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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यह उपखंड क्षेत्र जो पाक सीमा से सटा है इसी तरह इसकी एक ब्रांच सत्तासर डंडी होते हुए सीमावृति कस्बा रावला मंडी की तरफ जाती है।

इन सड़कों के हालात इतने खराब हो चुके हैं कि मोटर साइकिल, साइकिल, गाड़ी इत्यादि साधन चलाने में भारी परेशानी हो रही है।

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प्रश्न यह है कि वर्तमान सरकार के विधायक और जनप्रतिनिधि अब जनता के बीच किस तरह जाकर अपने वोट मांगेंगे यह अपने आप में बहुत बड़ा चैलेंज है इसी तरह अनेक दुर्घटनाएं आए दिन होती रहती है।

अभी तक यह सड़क कई परिवारों को उजाड़ चुकी है लेकिन सरकार की आंख आज तक खुली नहीं है। यह चिंता का कारण रहा है।

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हालात तो जब और खराब हो रहे हैं जिसमें क्षेत्र के कोई भी बीमार या एक्सीडेंट हुए व्यक्ति को बीकानेर उपचार में लाना होता है।

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उस पर सड़क के हालात इतने खराब हैं कि मरीज को यहां तक लाना मुश्किल हो रहा है। इसी क्रम में महिलाओं की डिलीवरी केस में भी बीकानेर अस्पताल तक पहुंच पाना बहुत मुश्किल है।

इस विधानसभा क्षेत्र की लाइफ लाइन है कहा जाने वाली सड़क की यह हाल है तो बाकी छोटी सड़कों के हाल क्या होंगे।