बीकानेर, (समाचारसेवा)। अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं – हेमन्त किराडू, भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) से जुडे मजदूर नेता हेमन्त किराडू ने राज्य के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारिवाल को पत्र लिखकर बीकानेर में अतिक्रमण हटाने पर गरीबों को उजाडने का काम नहीं करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर ठेले वालों, छोटे दुकानदारों व गरीबों को उजाडने की कार्रवाई को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
किराडू ने बीकानेर में संभागीय आयुक्त नीरज के पवन के निर्देशन में आम सडक पर हुए अतिक्रमण को हटाने के अभियान की सराहना करते हुए मंत्री को लिखा की छोटे दुकानदारों को 15 दिन का नोटिस देकर अतिक्रमण अभियान को चालू रखा जाए।
किराडू ने मंगलवार को जस्सूसर गेट क्षेत्र में अतिक्रमण का अवलोकन करने पहुंचे संभागीय आयुकत नीरज के पवन से भी बातचीत की।
किराडू के अनुसार संभागीय आयुक्त ने भरोसा दिया है कि अतिक्रमण क्षेत्र में आये ठेले-गाडे वालों को उनके रोजगार को सुचारु रखने के लिये अलग से स्थान दिया जाएगा।
किसी भी गरीब का रोजगार नहीं उजाडा जाएगा। किराने ने संभागीय आयुक्त के आम सडक को अतिक्रमण से मुक्त करने के शुरू किए गए अभियान को उचित बताते हुए कहा कि इससे जनता को राहत मिलेगी।
यातायात सुचारू रहेगा। किराडू ने राज्यसरकार से आग्रह किया है कि आम सडक पर ठेले लगाकर सामग्री बेचकर जीवनयापन करने वाले लोगों को उनके रोजगार की अन्यंत्र व्यवस्था करने के बाद अतिक्रमण हटाने के अभियान को चलाया जाए।
उन्होंने बताया कि जस्सूसर गेट में 80 फीट की मुख्य सडक टूटी पडी है। इस सडक पर बडे दुकानदारों ने अवैध निर्माण करवा रखे हैं। ये सब हटने चाहिये। हेंड टू माउथ हो चुके लोगों के रोजगार का ध्यान रखते हुए काम होना चाहिये।
वैसे भी कोरोना काल का दंश सर्वाधिक इसी प्रकार के लोगों ने अधिक भुगता है। किराडू ने कहा कि जनहित में अवैध निर्माण हटाने का इंटक विरोध नही करेगी मगर गरीबो पर अत्याचार होगा तो उसे किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।