बीकानेर, (समाचार सेवा)। राजस्थानी भाषा, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व के लिए अपना जीवन बीकानेर की धरा पर ही होम कर देने वाले महान ईटालियन विद्वान डॉ. लुईजि पिऔ टैस्सीटोरी का बीकानेर स्थित समाधि स्थल दुर्दशा का शिकार हो चुका है। आज टैस्सीटोरी का समाधि स्थल झाड़-झंकड़, कूड़ा-कचरा तथा बेतरतीब तरीके से बिखरी पड़ी निर्माण सामग्री का स्थल बन चुका है।

यही कारण है कि टैस्सीटोरी की जयंती व पुण्यतिथि पर वहां जाने वालों को समाधि स्थल की खराब हो चुकी स्थिति के कारण समाधि-स्थल पर पहुंच पाना ही कठिन हो चुका है। राजस्थानी युवा लेखक संघ एवं प्रज्ञालय संस्थान सहित शहर के अनेक संस्थान डॉ. टैस्सीटोरी की जयंती व पुण्यतिथि पर आयोजन करते हैं। ये संस्थाये डॉ टैस्सीटोरी जैसे महान् विद्वान के कार्यों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए गत चार दशकों से भी अधिक समय से अपना सृजनात्मक दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।



