पंचनामा – उषा जोशी
* आप यहां आये किसलिये?
जांगळ देश के नये लॉयन को आये पूरा एक हफ्ता हो गया मगर इस सवाल का जवाब अब तक भी किसी को नहीं मिला है कि बड़े जंगलों में बड़े शिकार करने वाले लॉयन को इस छोटे से जांगळ प्रदेश में क्यों भेजा गया है।
नये लॉयन ने पहले दिन जब कार्य भार सम्हाला...
पंचनामा : उषा जोशी
*...के सब कुछ लागे नया नया
..के सब कुछ लागे नया नया, मैं वहीं, दर्पण वही, ना जाने ये क्या हो गया, के सब कुछ लागे नया नया। वर्ष 1975 में बनी राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म गीत गाता चल का यह गाना इन दिनो बीकानेर रेंज के पुलिस महकमे पर एक दम फिट बैठता है।
पता नहीं जब...
पंचनामा : उषा जोशी
सीने में जलन आंखों में तुफान सा क्यूं है...,सीने में जलन तो होनी
ही थी, जांगळ देश के लॉयन ने
जब से खाकीधारियों का सीने का माप, पेट का घेराव का माप तथा वजन का हिसाब-किताब मांगा है तब से कई खाकीधारियों के
सीने में जलन तथा आंखों में तुफान सा आ...
पंचनामा : उषा जोशी
किसानों की बत्ती तो जलवाओ मंत्रीजी, जब कमल वालों की सरकार थी, वोटों के लिये किसानों
को थोक में कृषि कनेक्शन स्वीकृत किये लेकिन अब हाथ वालों की सरकार ने कनेक्शन जारी
करने में हाथ झड़का दिये हैं।
बिजली महकमा कमल वालों की सरकार द्वारा जारी सैकड़ों बिजली...
पंचनामा : उषा जोशी
खाकी को खादी से मिली राहत
चुनाव आचार संहिता लगने के साथ ही खाकीधारियों ने राहत की सांस ली है।
थाने में जमे बैठे कई थानेदार जो शनिवार सुबह तक तक रोज-रोज की खाकी की दखलदांजियों से परेशान दिखाई दे रहे थे वे शनिवार दोपहर बाद ही राहत महसूस करते दिखे।
कईयों को तो यही खुशी थी कि अब...
पंचनामा - उषा जोशी
* वादे पे तेरे मारा गया बंदा में सीधा-साधा...
चुनावी सीजन में नेताओं का बड़े-बड़े वादे करना बनता है। यदि वादा कुछ अधिक ही बड़ा हो तो चर्चा तो होगी ही।
हालांकि बड़े-बुढ़ों का कहना है कि चुनावी दौर में किए गए नेताओं के वादों पर अधिक एतबार नहीं करना चाहिये।
पता चला है कि जांगळ देश की विधायकी...
बीकानेर, (समाचार सेवा)।
* बना के क्यू बिगाड़ा रे, बिगाड़ा रे नसीबा..
एक खाकीधारी चौधरी साहब को पूरा भरोसा था कि इस बार के उलटफेर में शहर के सबसे अधिक कमाउ थाने कोटगेट थाने की कमान उनको मिल जाएगी। मगर हाय री किस्मत थानेदारी नहीं मिली। वैसे चौधरी साहब तो इतने कॉन्फीडेंट थे कि टाइगर तबादला सूची जारी करते उससे पहले...
पंचनामा : उषा जोशी
नया नौ दिन, पुराना सौ दिन, जांगळ देश
के कलक्टर की सक्रियता से सरकारी महकमे के लोग सकते में हैं, सफाई मजदूर से लेकर अधीनस्थ अधिकारी तक
अलर्ट मोड में है ना जाने कब और कहां कलक्टर साहब प्रकट हो जाएं।
कड़ाके की इस ठंड के बावजूद...
पंचनामा : उषा जोशी
* फिर याद आये चौबे, छब्बे व दूबे जी
खाकी मुख्यालय कई आदेश निर्देश जारी कर अपने अफसरों को काम करने के तरीके बताता रहता है मगर खाकीधारी है जो अपने ही नियमों पर चलने को आमादा रहते हैं।
एक सीओ साहब हाल ही के दिनों में पास के गांव किसी काम गए थे, सोचा मुख्यालय के निर्देशों...
पंचनामा : उषा जोशी
* सलाम खाकी की जांबाजी को
राष्ट्रीयमीडिया में इन दिनों उत्तराखंड के रामनगर इलाके में तैनात ट्रेनी सब इन्सपेक्टर गगनदीप सिंह के साहस की बड़ी चर्चा है। गगनदीप सिंह ने इस गुरुवार को एक युवक को भीड़ के गुस्से का शिकार होने से बचाते हुए अपने कर्तव्य की मिसाल पेश की। हां मैं थोड़ा लेट हो...