सेना ने दुश्‍मन के इलाके में मचाया कोहराम

Army created chaos in enemy territory
Army created chaos in enemy territory

NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा) सेना ने दुश्‍मन के इलाके में मचाया कोहराम, महाजन फील्‍ड फायरिंग रेंज (एमएफएफआर) में गुरुवार को भारत-सऊदी अरब का संयुक्त युद्धाभ्यास सदा तनसीक के दौरान की गई भारी बमबारी से महाजन क्षेत्र दहल गया।

इस दौरान क्षेत्र में कब्‍जा जमाए दुश्‍मन के इलाके में कोहराम मच गया। सेना के खुफिया निगरानी दल ने गांव में छिपे दुश्मनों की खोज की। दोनों सेनाओं ने जमीनी व हवा से वार कर अपनी जांबाजी का प्रदर्शन करते हुए दुश्‍मन को नेस्‍तनाबूद कर दिया। दुश्‍मनों के अनेक ठिकानों पर अचानक धावा बोला गया।

स्नाइपर फायरिंग का किया शानदार प्रदर्शन

सेना के विमान, तोप आधुनिक राइफलों का भरपूर उपयोग किया गया। रक्षा प्रवक्‍ता कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि युद्धाभ्यास के दौरान मोबाइल वाहन चेक पोस्ट की स्थापना, घेरा और खोज अभियान, हाउस इंटरवेंशन ड्रिल, रिफ्लेक्स शूटिंग, स्लिथरिंग और स्नाइपर फायरिंग का शानदार प्रदर्शन किया गया।

दोनों देशों का पहला युद्धाभ्यास

उन्‍होंने बताया कि दोनों देशों के इस पहले युद्धाभ्यास में भारत की ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स रेजिमेंट की 20वीं बटालियन तथा सऊदी अरब की रॉयल सऊदी लैंड फोर्स के जवान शामिल हुए। कर्नल शर्मा ने बताया कि एमएफएफआर में यह युद्धाभ्यास 29 जनवरी से शुरू हुआ। यह अभ्‍यास शनिवार 10 फरवरी तक आयोजित होगा।

समापन समारोह 9 फरवरी को

इसका समापन समारोह शुक्रवार 9 फरवरी को होगा। गुरुवार 8 फरवरी को देशभर की मीडिया के सामने युद्धाभ्यास का प्रदर्शन किया गया। इसमें 45 जवानों वाली सऊदी अरब की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व रॉयल सऊदी लैंड फोर्सेज द्वारा किया गया। भारतीय सेना की टुकड़ी के 45 जवानों का प्रतिनिधित्व ब्रिगेड ऑफ द गार्ड्स (मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री) की एक बटालियन द्वारा किया गया।

वार कंडिशनिंग और सामरिक प्रशिक्षण    

उन्‍होंने बताया कि पहले चरण में वार कंडिशनिंग और सामरिक प्रशिक्षण दिया गया। दूसरे चरण में फिजिकल एक्टिविटी के साथ संयुक्त रूप से वेलिडेशन फेज हुआ। कर्नल शर्मा ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के खंड 7  के तहत अर्ध रेगिस्तानी इलाके में संयुक्त अभियानों के लिए दोनों पक्षों के सैनिकों को प्रशिक्षित करना है।

क्रिकेट, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल

रक्षा प्रवक्‍ता ने बताया कि प्रशिक्षण के अलावा, दोनों सेनाओं के दलों ने मैत्रीपूर्ण क्रिकेट, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल और रस्साकशी मैचों सहित पढ़ाई के कई अतिरिक्त गतिविधियों में भी भाग लिया।