पंचनामा
: उषा जोशी
* ए
भाई जरा देख के चलो...
ए भाई जरा देख के चलो..., जांगळ
देश में सबको सही रास्ता दिखाने वाले खाकी महकमे की शांति महकमे के ही दूसरे खाकीधारियों
को रास नहीं आ रही है। भारी इंकम
कमाने वाला माने जाने वाले इस महमकमे के आलाधिकारी व अन्य स्टाफ के...
पंचनामा : उषा जोशी
* थार रेगिस्तान में गरजेगा सिंघम-सिंघम
जांगळ देश बीकानेर रेंज के नये लॉयन की गर्जना जल्द ही रेगिस्तानी इलाके में भी सुनाई देने वाली है।
नये लॉयन सोमवार को कार्यhभार ग्रहण कर सकते हैं। लॉयन का ट्रेक रिकार्ड तो यही रहा है कि उनका जब भी तबादला किया गया है तो सजा के तौर पर ही किया गया...
हमसे भूल हो गई हमका माफी दई दो...
पंचनामा : उषा जोशी 14 सितंबर 2020, आखिर कार खाकी वालों ने यह माना कि उनके वीरों महावीरों द्वारा दो कलमकारों के साथ थाने में किया गया बर्ताव उचित नहीं था। इसलिये जांगळ देश के कलमकारों के साथ बैठकर आला खाकीधारियों ने इस बात को मान लेने में ही अपनी भलाई समझी।...
पंचनामा : उषा जोशी
लॉयन को गुस्सा क्यों आता है...सुना है जांगळ देश के लॉयन के गुस्से से इलाके के लगभग सभी खाकीधारी परेशान हैं। लॉयन को गुस्सा क्यों आता है इसे लेकर टाइगरों की मांद से लेकर थानाधिकारियों के ठिकानों पर अलग-अलग चर्चा व कयास है।
-साभार...
पंचनामा : उषा जोशी
म्हारी छोरी के किसी छोरे थानेदार से कम है के.., उसे खाकी वर्दी पहना अभी थोड़ समय पहले ही आया है मगर वह किसी एक बड़े थाने की थानेदार बनना चाहती है। वो थोड़ी इमोशनल है, कुछ बातें रो धो कर भी मनवा लेती है मगर उसकी ये कला भी थानेदारी पाने में काम नहीं आ...
पंचनामा : उषा जोशी
तिल का ताड़...
तिल का ताड़ बनाना तो कोई खादीधारियों से सीखें। जांगळ देश के एक चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी जो टिकट कटने और बाद में वापस मिलने पर जनता के रिस्पांस से काफी गद्गद् थे,
अपनी खुशी बांटने के लिये अपने ही इलाके के एक पाटे पर चढ़कर अपनी बात कहने वाले थे कि एक जोश में...
जांगळ देश में रेलवे फाटकों से लगने वाले जाम सहित कई समस्याओं से लोग वर्षों से
परेशान हैं।
खादीधारी हर बार इन समस्याओं के निदान का भरोसा देकर वोट हासिल करते रहे हैं मगर
जब सरकार में आते हैं तो जनता को पहाड़े डालना शुरू कर देते हैं।
अब रेलवे फाटक...
पंचनामा : उषा जोशी
मैं बढ़िया तू भी बढ़िया...पर मैं आजाद हूं चिड़िया..
जांगळ देश के सफेद सोने वाले इलाके में अवैध खनन से कमाई करने का खाकी का धंधा पुराना है।
नये आला खाकीधारियों को भी इस पुराने धंधे से नये माल की उगाही के लिये इलाके में पुराने पोस्टेड रहे खाकीधारियों की ही मदद लेनी पड़ती है।
एक खाकीधारी की इसी...
अतिथि तुम कब जाओगे...
हाईवे के किनारे वाले थाने के थानेदारजी चार साल से जांगळ प्रदेश के थानों में ही विचरण कर रहे हैं। अब उनकी हालत उस मेहमान की तरह हो गई है जिसके जाने का सभी घर वालों को इंतजार रहता है। थानेदार जी का खूंटा मजबूत है इसलिये उनका खूंटा ना तो चुनाव आयोग के निर्देश उखाड़...