उषा जोशी
बीकानेर, (samacharseva.in)। दलित महिला परमेश्वरी देवी हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने गुरुवार को तीन लोगों को अरेस्ट किया है। जिला पुलिस अधीक्षक प्रहलाद सिंह ने बताया कि गिरफतार लोगों में परमेश्वरी से प्रेम विवाह के बाद पति बने भीनासर में चित्रा आई फेक्ट्री के पास के निवासी लालंचद उपाध्याय पुत्र प्रहलाद उपाध्याय (24) तथा नये प्रेमी गंगाशहर में विधा बाल निकेतन के पास के निवासी लालचंद के दोस्त पूनमचंद गोयल पुत्र ओमप्रकाश (29) तथा नत्थूसर बास निवासी पंकज कुम्हार पुत्र रामेश्वर (30) के नाम हैं। आरोपी परमेश्वरी की हत्या के बाद से अपने अपने घरों से गायब थे।
परमेश्वरी का अधजला शव दो दिन पूर्व जोधपुर-जयपुर बाइपास रोड पर गणेश विहार स्थित एक खंडहनुमा मकान के तलघर में मिला था। जिला पुलिस अधीक्षक प्रहलादसिंह ने इस मामले को त्वरित रूप से हल करने पर जयनारायण व्यास कॉलोनी थानाधिकारी गोविंदसिंह चारण की सराहना की और चारण की टीम को नकद पुरस्कार व सम्मान देने की घोषणा की है।
मृतका लूणकरणसर के खियेरां गांव की निवासी परमेश्वरी देवी रेगर पुत्री स्व. मघाराम रेगर थी। पहले से ही विवाहित परमेश्वरी ने अपने आप को जाट जाति का बताकर गंगाशहर निवासी लालचंद उपाध्याय से भी प्रेम विवाह कर लिया था। दोनों चौपड़ाबाड़ी में रहते थे। इसी दौरान परमेश्वरी ने लालचंद के दोस्त पूनमचंद से भी मिलना-जुलना शुरू कर दिया था।
जब यह सब बातें उजागर होने लगी तो शराब पीने की आदी म्रतका परमेश्वरी ने अपने प्रेमविवाह से पति बने लालचंद व नये प्रेमी पूनमचंद पर दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज कराने की धमकी दी और तीन लाख रुपयों व मकान की भी मांग की। परमेश्वरी की धमकी से परेशान होकर लालंचद व पूनमचंद ने पंकज के साथ मिलकर परमेश्वरी का काम तमाम करने की योजना बनाई।
वे परमेश्वरी को लेकर रविवार 9 अगस्त को जयपुर-जोधपुर बाइपास पर पहुंचे तथा उसे शराब पिलाने के बाद रात में 11 बजे से एक बजे के बीच ऑटो रिक्शा चलाने के काम आने वाली रस्सी से उसका गला घोंट दिया।