पंचायत समिति बीकानेर
के विकास अधिकारी भोम सिंह इंदा को मिला धमकी भरा पत्र
पत्र में हस्ताक्षर
की जगह बनाया गया है पिस्तौल का निशान
बीकानेर, (samacharseva.in)। पंचायत समिति बीकानेर
के विकास अधिकारी भोम सिंह इंदा को धमकी भरा पत्र मिला है। इस पत्र की शुरूआत इस प्रकार
है- ‘बीडीओ साहब
एफआईआर करवाने का शोक आपको बहुत भारी पड़ेगा’- पत्र में विकास
अधिकारी को भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच बंद नहीं करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी
दी गई है। यह पत्र विकास अधिकारी के पंचायत समिति बीकानेर कार्यालय परिसर में स्थित
आवास के बाहर कोई अज्ञात व्यक्ति रख कर गया। विकास अधिकारी ने इस संबंध में इस संबंध में विकास अधिकारी ने व्यास कॉलोनी थाना
पुलिस को परिवाद दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार धमकी भरे इस पत्र
में विकास अधिकारी को भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच बंद नहीं करने
पर अंजाम भुगतने के लिये तैयार रहने को कहा गया है। पत्र में धमकी देने
वाले ने बीडीओ से कहा है कि उसे बीडीओ के घर आने-जाने का वक्त भी पता है। बीडीओ
भोमसिंह ने बताया धमकी भरा यह पत्र गुरूवार सुबह पंचायत समिति
परिसर स्थित आवास के मैन गेट पर मिला था। पत्र में हस्ताक्षर की जगह पैन से कागज पर
पिस्तौल बना रखी है।
इन पर जाताया है
शक
बीडीओ भोम सिंह ने मीडिया से बातचीत में सींथल गणेश दान बिठ्ठू, जामसर के पूर्व सरपंच रफीक शाह, दिलीप कुमार, अशफाक और नफीश शाह पर धमकी भरा पत्र देने का संदेह जताया है। उन्होंने बताया कि सींथल में पंचायत समिति की दुकानों के सालों से बकाया किराया वसूली के लिये निरोधात्मक कार्यवाही करने पर सिंथल के गणेशदान बिठ्ठू पिछले महिने ऑफिस में आकर हाथपाई और राजकार्य में बाधा पहुंचाई थी।
इसके खिलाफ पंचायत समिति की ओर से व्यास कॉलोनी में केस दर्ज करवा रखा है। वहीं जामसर के पूर्व सरंपच् रफीक शाह ने डांडूसर गांव की रोही में अपने रिश्तेदारों के नाम जमीनों का फर्जी आंवटन कर दिया। इस मामले को लेकर रफीश शाह वगैरहा के खिलाफ कार्यवाही की थी। बीडीओ ने आंशका जताई है कि गणेशदान और रफीक शाह वगैरहा उसके साथ व्यक्तिगत रंजिश रखने लगने लगे है इसलिये जान से मारने की धमकी दी है।
विकास अधिकारी को सुरक्षा देने की मांग
जिले की सभी सातों पंचायत समितियों को विकास अधिकारियों ने कलक्टर कुमार पाल गौतम को ज्ञापन देकर बीकानेर के विकास अधिकारी भोम सिंह इंदा को जान का खतरा होने की आशंका जताते हुए सुरक्षा देने की मांग की गई है। यह ज्ञापन राजस्थान ग्रामीण विकास सेवा संघ- उप शाखा बीकानेर के बैनर तले दिया गया है।
ज्ञापन में नोखा की विकास अधिकारी साजिया तब्बसुम, खाजूवाला, बीडीओ रामचन्द्र मीणा, लूणकरनसर के विकास अधिकारी प्रदीप मालिया, पांचू पंचायत समिति के विकास अधिकारी सम्पत गोदारा, कोलायत के दिनेश भाटी, बीकानेर के भोम सिंह इंदा तथा श्रीडूंगरढ़ के विकास अधिकारी सुनील छाबड़ा के हस्ताक्षर हैं।
ज्ञापन में बताया गया है कि बीकानेर बीडीओ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ व्यास कॉलोनी थाने में एक तथा जामसर थाने में दो एफआईआर करवाई गई मगर इनमें भी एक में एफआर लगाने की तैयारी की जा चुकी लगती है जबकि दो अन्य में आरोपी प्रभाव डालने का पुरजोर प्रयास कर रहे हैं।
इनका कहना है
बकाया वसूली, किराया राशि और गबन वसूली मैं मेने पिछले वित्तीय वर्षों के
मुकाबले 200 प्रतिशत राजकोष में बढोतरी की है। पंचायत समिति की निजी आय में 200 प्रतिशत
बढोतरी की। जबकि नोर्म्स के अनुसार निजी आय में 10 प्रतिशत बढोतरी करना बीडीओ का पदीय
दायित्व है।
भोम सिंह इंदा
विकास अधिकारी
पंस बीकाने।
इनका कहना है
विकास अधिकारी भोमसिंह के परिवाद
पर जांच कार्यवाही शुरू कर दी गई है। उन्हे धमकी भरा पत्र लिखने वालों का पता लगाकर कार्यवाही जायेगी।
गोविन्द सिंह चारण
थानाधिकारी
व्यास कॉलोनी बीकानेर
ये है बीडीओ
को भेजे गए धमकी भरे खत की भाषा
बीडीओ साहब एफआईआर करवाने का शोक आपको बहुत भारी पड़ेगा। हम सब जानते हैं कि तुम अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिये यह सब नाटक कर रहे हो। कुछ चाहिये तो सीधा ही बोल दिया होता। अब क्या फर्क पड़ जाएगा। एफआईआर से। हम सार्वजनिक जीने वाले लोगों पर पहले भी मुकदमे दर्ज हुए हैं और आगे भी होते रहेंगे। सरकार में कागजों की संख्या बढ़ती जाएगी और कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
हमें सब कोर्टो से निपटना आता है। सरपंच साहब के एक इशारे पर इलाके में आग लगा देंगे हम। आपके आॅफिस का स्टाफ भी आपके साथ नहीं है। तुम किस खुमारी में जी रहे हो। जामसर में कानाराम थानेदार ने भी ऐसे ही नाटक किये थे। गनीमत रहे कि वो यहां से जिन्दा चला गया। आप विपक्ष पार्टी के कहने पर यह सब कर रहे हो। वो क्या देंगे आपको। हम आधी रात में आपके काम आने वाले लोग हैं। अब घर की हथाई यह कि आप चुप बैठ जाओ।
हम अपने आप मामलों में एफआईआर लगवा देंगे। अब और कोई नाटक किये या कोई हमारे खिलाफ कार्रवाई कर दी तो अंजाम बुरा होगा। रिकार्ड गया भाड़ में। हम तुम्हे नहीं छोड़ेंगे। दूसरी पंचायतों में रिकार्ड कौनसा जगह पर मिलता है। हमारा अंतिम चैलेंज है कि मामले को यही खत्म करने में हम सब की भलाई है। वैसे भी हिन्दुस्तान में जान किसी की लो सजा तो बराबर है। आज नहीं तो कल हम बदला लेंगे।
हमने सब पता कर लिया है कि आप कब-कब घर से निकलते हो। कहां-कहां जाते हो। हमारे आदमी तुम्हारे पीछे हैं और तुम्हे पता भी नहीं चला। इसलिये यह झगड़ा यही खत्म। अंतिम बार।