बीकानेर। बीकाजी भुजिया उधोग से जुडे उधोगपति शिवरतन अग्रवाल फन्ना बाबू ने कहा कि जीएसटी के कारण सम्पूर्ण राष्ट्र में आर्थिक एकीकरण का ऐतिहासिक कार्य हुआ है।
फन्ना बाबू मंगलवार को अपने निवास पर केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल एवं शहर भाजपा अध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश आचार्य से वार्ता कर रहे थे।
दोनों नेता मोदी सरकार के 4 वर्ष पूर्ण होने पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाये जा रहे विशिष्टजन सम्पर्क अभियान के तहत फन्ना बाबू से मिलने उनके निवास पर पहुंचे थे।
उधोगपति अग्रवाल ने कहा कि पूर्वोतर राज्य, पंजाब, दक्षिण के राज्यो में जहॉ अलग अलग कर दरें थी वहॉ पर जीएसटी जैसा एक राष्ट्र एक कर कानून लागू होने से व्यावसायिक गतिविधियॉ बढी हैं।
उन्होने जीएसटी मे प्रक्रियागत एवं व्यावहारिक परेशानियो को दूर करने की चर्चा करते हुए रेस्टोरेन्ट में जीएसटी दरो पर भी सुझाव दिये।
इस अभियान के तहत केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल एवं शहर भाजपा अध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश आचार्य मंगलवार को ही वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद्व डॉ एच.पी.व्यास, ब्रहम गायत्री सेवाश्रम के अधिष्ठाता,ज्योतिषविद्व रामेश्वरानन्द दाताश्री से भी उनके निवास पर मिले तथा केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्द्वियों पर चर्चा की।
इस दौरान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बिहारीलाल विश्नोई, भाजपा जिला महामंत्री मोहन सुराणा,देहात जिला उपाध्यक्ष किशन गोदारा भी उपस्थित रहे।
डॉ एच पी व्यास ने मोदी सरकार के चार वर्ष के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा कि शिक्षा को प्रायोगिक एवं व्यावहारिकता के साथ जोडने से ही भारत विश्व गुरू बन सकता हैं। उन्होने महर्षि अरविन्द को याद करते हुए बताया कि महर्षि अरविन्द आश्रम का बीकानेर केन्द्र भी उनके निवास पर चल रहा है।
व्यास ने कहा कि मोदी जी ने योग के क्षेत्र में देश का मान बढाया है।उन्होने विज्ञान के छोटे छोटे प्रायोगिक कार्यो का प्रदर्शन कर प्रायोगिक शिक्षा की महत्ता बताई। दाताश्री रामेश्वरानन्द ने अनन्य एवं फनन्य भाव का विश्लेषण करते हुए कहा कि भारत मे सदैव वसुधैव कुटुम्बम्कम की भावना प्रबल रही है।
मोदी जी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार का सोच है कि भारतीयो का निरन्तर अभ्युदय हो। उन्होने मोदी जी को संकल्प एवं अनुष्ठान के साथ विश्व का नेतृत्व करने वाले तथा देश को आगे बढाने वाले युग पुरूष की सज्ञा देते हुए कहा कि 04 वर्ष में भारत का मान पूरे विश्व पटल पर बढा है।
उन्होने कहा कि सर्कीणता के भाव को दूर करते हुए त्रुटियों का समाधान किया जाना चाहिए। उन्होने नोट बन्दी एवं जीएसटी को देशहित में क्रान्तिकारी कदम बताया।