नौकरी वापस नहीं दी तो चुनाव में बतायेंगे ताकत

ecb bikane ke purva karamchari
PHOTO BY ; RAJESH CHHANGANI

बीकानेर, (समाचार सेवा) ईंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) से लगभग दो वर्ष पूर्व निकाले गए कार्मिक संतोष कुमार व्‍यास ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उसे और उसके 149 साथियों को सरकार वापस नौकरी में नहीं लिया जाता है तो सरकार को आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनाव में परिणाम भुगतने के लिये तैयार रहना होगा।

मंगलवार को कलेक्‍ट्रेट के सामने अर्धनग्‍न होकर सर पर छाता लगाकर प्रदर्शन कर रहे व्‍यास ने कहा कि राजस्‍थान की वसुन्‍धरा सरकार को कर्मचारियों की ताकत का अंदाजा नहीं है। व्‍यास ने बताया कि ईसीबी ने सितंबर 2016 में 150 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया। जबकि पांच माह पूर्व निकाले गए 22 कर्मचारियों को राजनीतिक पहुंच के चलते वापस लगा लिया है। हम गरीब है, हमारे पास सिफारिश नहीं है।

सैकडों कर्मचारी अब भी भूखों मरने की स्थिति में सरकार के रुख का इंतजार करने को मजबूर हैं। हालांकि सरकार स्‍पष्‍ट कर चुकी है कि अब शेष  कार्मिक वापस नहीं लगाये जा सकेगे। प्रदर्शन में समिति उपाध्यक्ष बजरंग लाल व्यास, शशि शेखर, रमेश, घनश्याम, मनोज, संतोष, मनमोहन, आदित्य, गिरिराज व्यास, दिनेश व्यास, गणेश व्यास, कृष्ण किराड़ू, रामेश्वरलाल, उत्तम कुमार, श्रीनिवास, राजकुमार, शिव भगवान, धनसुख, शिवप्रकाश, विष्णु स्वामी, नरेंद्रसिंह, सुरेश किराड़ू, लालचंद, सत्यनारायण आदि उपस्थित रहे।

किये कई जतन, हासिल नहीं कुछ भी

ईंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) के नौकरी से हटाये गए कर्मचारियों ने पिछले तीन महनों में अपनी नौकरी वापस पाने के लिये कई जतन किए हैं मगर सरकार, जिला प्रशासन व कॉलेज प्रशासन ने इस और कोई ध्‍यान नहीं दिया है। अपनी मांग के समर्थन में इन कर्मचारियरों ने मंगलवार को कलेक्‍ट्रेट के सामने कडी धूप में गर्म सडक पर नंगे बदन पानी के टब मैं बैठकर तथा सर पर छाते का साया डालकर प्रदर्शन किया।

ईसीबी के इन पूर्व कर्मचारियों के अनोखे प्रदर्शनों ने मीडिया में सुर्खियां तो बटोरी हैं मगर नौकरी वापस पाने की इनकी मांग अब भी बकाया ही चल रही है। पूर्व कर्मचारियों ने अनेक बार प्रदर्शन किए। विभिन्‍न प्रकार से गरीबी, भुखमरी की बात कर सरकार का ध्‍यान अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास किया मगर इनकी आवाज वर्तमान में तो न क्‍कारखाने में तूती की आवाज जैसी ही बनकर रह गई है।