दृष्टिहीन यात्री भी जान सकेंगे रेल के डिब्बों में लिखे संकेतक
जयपुर, (समाचार सेवा)। दृष्टिहीन यात्री भी जान सकेंगे रेल के डिब्बों में लिखे संकेतक। उत्तर पश्चिम रेलवे द़वारा ट्रेन में यात्रियों को उत्कृष्ट सुविधायें प्रदान करने के लिये डिब्बों में बेहतर गुणवत्ता के ब्रेल लिपि युक्त साइनेज (संकेतक) लगाये जा रहे है।
यह कार्य केन्द्रीय रेलमंत्री भारत सरकार पीयूष गोयल की पहल से किया जा रहा है। एक कोच में ब्रेल लिपि साइनेज लगाने का खर्च लगभग 20 हजार तक आता है।
अब तक 250 कोच में ब्रेल साइनेज लगाने का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जबकि 400 कोच में लगाने आदेश जारी किये जा चुके हैं। साथ ही 1950 कोच के लिये प्रक्रिया जारी है। इनके होने से उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी कोच में इन साइनेज को लगाने का कार्य हो जायेगा।
वर्तमान में कोच में साइनेज (संकेतक) के लिये गम स्टिकर का उपयोग किया जाता है। ऐसे गम स्टिकर थोडे समय बाद या तो हट जाते हैं या इधर-उधर से कट जाते है, गन्दे हो जाते है, जिससे इनकी दृष्यता कम, खत्म हो जाती है।
इससे यात्री अनावश्यक रूप से परेशान होते है। नये प्रकार के मैटेलिक बेस के ब्रेल साइनेज लगाये जाने में यह स्थाई रूप से लगे रहेगें। इनकी क्वालिटी बेहतर होने से इनकी दृष्यता अच्छी रहेगी तथा यह टिकाऊ व लम्बे समय तक चलेगें।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी तरूण जैन के अनुसार यात्रियों को कोच के अन्दर किसी भी प्रकार की जानकारी आसानी से उपलबध हो इसके लिये प्रत्येक कोच में ब्रेल लिपि युक्त साइनेज (संकेतक) लगाये जा रहे हैं।
यह साइनेज उत्कृष्ट क्वालिटी के मैंटेलिड बेस पर बनाये जा रहे है, इनकी दृष्यता बेहतर होने के कारण यह सभी यात्रियों के लिये उपयोगी होगें साथ ही ब्रेल में होने से दृष्टिहीन यात्री भी आसानी से सुविधाओं का उपयोग कर सकेगें।
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