नियम-कानूनों से व्यापार करना जटिल हो गया है सरकार, कुछ करो

Doing business with rules and regulations has become complicated by the government, do something
Doing business with rules and regulations has become complicated by the government, do something

बीकानेर, (समाचार सेवा)। नियम-कानूनों से व्यापार करना जटिल हो गया है सरकार, कुछ करो, बीकानेर भुजिया पापड़ मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वेदप्रकाश अग्रवाल ने राज्य के सीएम अशोक गहलोत को एक पत्र लिखकर बताया है कि केन्द्र व राज्य सरकार के कड़े नियम-कानूनों के चलते व्यापार करना अब सरल नहीं बल्कि जटिल हो गया है।

अग्रवाल ने व्यापारियों को राहत प्रदान करने वाले तथा व्यापार को सरल बनाने के कुछ सुझाव गहलोत को भेजे हैं। अग्रवाल के अनुसार यदि सरकार इन सुझावों को लागू करती है तो स्थिर हो चुका व्यापार पुन: पटरी पर तेजी से लौट सकता है।

साथ ही सरल, सुरक्षित व्यापार महसूस करते हुए उद्योगपति, व्यापारी फैक्ट्री में ही अपने उत्पाद बेचकर व्यापार को संतुलित बनाए। अग्रवाल ने बताया कि कई तरह की परेशानियों से व्यापारी घिर चुका है इसके लिए इन परेशानियों से बचने के लिए सरकार जीएसटी की दर 1 प्रतिशत कर दे।

रीको द्वारा 2 वर्ष तक की अपनी फीस माफ कर देना चाहिये। कोरोना काल में बंद रही फैक्ट्रियों के बिजली एवं पानी के बिल माफ  किए जावे, प्रदूषण बोर्ड एफ एसएसएआई नगर निगम फैक्ट्री एंड ब्वॉयलर्स आदि के जो भी राजस्थान सरकार के लाइसेंस रिन्यूअल का समय इन 2 सालों में था उसको कोरोना कॉल के खत्म होने के बाद 2 वर्ष तक का निशुल्क रिन्यूअल प्रदान कर दिया जावे।

अग्रवाल के अनुसार  बैंक से लोन एवं लिमिट पर 2 वर्ष तक का ब्याज माफ  किया जावे, अगले दो वित्तीय वर्ष तक ईएसआई इपीएफ का पूर्ण अंशदान सरकार करें, 2 वर्ष तक का हर व्यापारी का इनकम टैक्स सरकार 50 प्रतिशतत माफ  करें, बिजली की रेट राजस्थान में अत्यधिक है इसे सरकार कम करें, भवन होटल एवं व्यापार को रीको उद्योग का दर्जा प्रदान करें जिससे फैक्ट्री में ही अपने उत्पाद बेचकर व्यापार को संतुलित किया जा सके।

अग्रवाल ने कहा कि सरकारी कानून व नियमों का पालन करते हुए व्यापार करना सरल नहीं उल्टा काफी जटिल हो गया है और व्यापारी दिन-ब-दिन बिजनेस में हानि की ओर अग्रसर हो रहा है। अग्रवाल ने गहलोत को भेजे इस पत्र की प्रतिलिपि कलेक्टर व जिला उद्योग केंद्र को भी प्रेषित की  है।