बीकानेर पश्चिम सीट से दांव लगाने को हर कोई तैयार

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दैनिक नवज्‍योति बीकानेर 29 जून 2018

कांग्रेस भाजपा में पार्टी टिकट के लिए दौड़धूप शुरू

बीकानेर (समाचार सेवा), आगामी विधानसभा चुनाव में बीकानेर पश्चिम की सीट से चुनाव लड़ने का दांव लगाने को हर कोई तैयार है।

वर्तमान में बीकानेर पश्चिम सीट पर भाजपा का कब्जा है मगर विधायक डॉ. गोपाल जोशी की बढ़ती उम्र व नासाज स्वास्थ्य के चलते पार्टी के हर आम और खास नेता-कार्यकर्ता को लगता है पार्टी यहां से उम्मीदवार बदलेगी ऐसे में टिकट के लिये प्रयास करने में क्यों कसर रखी जाए।

वहीं कांग्रेस में टिकट के प्रमुख दावेदार डॉ. बी. डी. कल्ला लगातार बीकानेर पश्चिम सीट से चुनाव हार चुके हैं। कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ताओं को भी लगाता है कि दो बार हार चुके सदस्यों को टिकट शायद ना दिया जाए ऐसे में कांग्रेस में भी बीकानेर पश्चिम सीट से इस बार भाग्य आजमाने को हर कांग्रेसी नेता एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है।

पार्टी प्लेटफार्म से लेकर सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों के जरिये ये टिकटार्थी कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं। भाजपा में टिकट के आकांक्षी जहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ खींचे अपने नए पुराने छाया चित्रों को पोस्ट कर अपने दावे को मजबूती के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं।

वहीं कांग्रेस में अधिकतर टिकटार्थी पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ अपने फोटो से अपनी छवि चमकाने में लगे हुए हैं। कांग्रेस के कई टिकटार्थी सचिन पायलट के साथ अपने चित्रों को फेसबुक पर डाल रहे हैं जबकि भाजपा के लोग अशोक परनामी के साथ के अपने चित्रों को पोस्ट करने से अब बच रहे हैं।

बीकानेर के पूर्व और पश्चिम दोनों विधानसभा क्षेत्रों पर अखिल भारतीय कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा की भी नजर है। वे अपने दामाद राजू व्यास के माध्यम से यहां के संगठनात्मक चुनाव से लेकर टिकट की दौड़ तक में दखलंदाजी रखते हैं। उनके दामाद दिल्ली में रहते हुए भी  बीकानेर शहर कांग्रेस से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य निर्वाचित हुए हैं।

बीकानेर शहर कांग्रेस में डॉ. कल्ला का पूरा वर्चस्व है, बावजूद इसके जंबो कांग्रेस कार्यकारिणी के कई कार्यकर्ता टिकट के दावेदार बने हुए हैं। इनमें से राजकुमार किराड़ू प्रमुख हैं जिन्हें मोतीलाल वोरा ने राजीव गांधी पंचायती राज संगठन से भी जोड़  रखा है। वे पिछले पांच वर्षों से लगातार कांग्रेस की गतिविधियां संचालित कर आगामी चुनाव में खुद को कांग्रेस का उम्मीदवार बता रहे हैं।

एक जिला कांग्रेस महासचिव आनंद जोशी ने इन दिनों एक पोस्टर जारी कर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी का एलान किया है। इसी तरह कभी कल्ला के विश्वस्त रहे बाबू जयशंकर जोशी भी अब उनके बराबर टिकट की मांग कर रहे हैं

कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्व. रामरतन कोचर के पुत्र बल्लभ कोचर और कर्मचारी नेता दिलीप जोशी भी पश्चिम और पूर्व दोनों से अपनी दावेदारी जता रहे हैं। विधानसभा चुनाव में दो बार पराजित हुए नेताओं को इस बार कांग्रेस का टिकट नहीं दिए जाने की हवा के साथ कल्ला के आधा दर्जन रिश्तेदार भी दबे स्वर में टिकट के दावेदार बने हुए हैं।

राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि कल्ला जैसे वरिष्ठ नेता को कांग्रेस चाहे अपवाद स्वरूप ही स्वीकार करे, उन्हें टिकट मिलने में ज्यादा मुश्किल नहीं आएगी। पश्चिम सीट से भाजपा के वर्तमान विधायक गोपाल जोशी के उम्रदराज होने के कारण पार्टी की नीति के अनुसार उन्हें इस बार विश्राम के लिए भी कहा जा सकता है। ऐसी संभावनाओं को समझने वाले कार्यकर्ता बड़ी संख्या में दावेदार बने हुए हैं।

इनमें जहां उनके परिवार की ओर से भी पुत्र और पौत्र के नाम सामने आ रहे हें वहीं भाजपा आईटी सेल के प्रदेश संयोजक और समाजवादी नेता रहे स्व. मक्खन जोशी के पौत्र अविनाश जोशी भी पूरे दमखम के साथ टिकट मांग रहे हैँ।

अन्य दावेदारों में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष विजय आचार्य, पूर्व सरपंच रामकिशन आचार्य, भाजपा अध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष महावीर रांका, हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय संयोजक जेठानंद व्यास और कर्मचारी नेता भंवर पुरोहित सहित एक दर्जन लोग टिकट की लाइन में है।

वहीं बीकोनर पूर्व विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां भी भाजपा का कब्जा है। भाजपा विधायक सिद्धि कुमारी यहां से दो बार लगातार चुनाव जीत चुकी हैं। ऐसे में पार्टी तीसरी बार भी उनको ही मौका दे सकती है। वहीं कांग्रेस भी इस क्षेत्र से अपने सक्रिय नेता गोपाल गहलोत को रिपीट कर सकती है।

पूर्व क्षेत्र से शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत भी टिकट की आकांक्षा रखते हैं। यही वजह है कि पिछले दिनों यशपाल गहलोत और गोपाल गहलोत के समर्थकों में झगड़ा भी हो गया था पर दोनों नेताओं ने संभावित नुकसान का आकलन कर समझौता कर लिया।

यहां से गुलाम मुस्तफा उर्फ बाबू भाई, नरेंद्र सिंह भाटी उर्फ टेडी बन्ना, शहर कांग्रेस महामंत्री चंद्र प्रकाश गहलोत, पूर्व न्यासी अरविंद मिढ्ढा, गोपाल पुरोहित, डॉ तनवीर मालावत, भाजपा से कांग्रेस में आए शशि शर्मा आदि अनेक टिकटार्थी अपने अपने संबंधों के आधार जुगाड़ बैठाने में लगे हुए हैं।

भाजपा की ओर से दो बार लगातार विधानसभा में पहुंच चुकी सिद्धि कुमारी अपना टिकट पक्का मानकर चल रही है। दूसरी ओर भाजपा के कई नेता इस सीट पर परिवर्तन की जरूरत बताकर अपना दावा ठोक रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से कोलायत से लगातार सात बार विधायक रहे देवीसिंह भाटी या उनके परिवार से   किसी की दावेदारी मानी जा रही है।

अन्य दावेदारों में विश्वजीत सिंह हारासर, युधिष्ठिर सिंह भाटी, जिला महामंत्री मोहन सुराणा और सलीम भाटी आदि शामिल है। दोनों राजनीतिक दलों के लिए आने वाले चुनाव में टिकट के आकांक्षी कार्यकर्ताओं को एकजुट कर चुनाव अभियान  से जोड़ पाना बड़ी चुनौती मानी जा रही है। दोनों ही दलों में परस्पर विरोध की स्थितियां समान रूप से चिंता का विषय बनी हुई है।