डिजिटल यात्रा पास पाने में फुटबॉल बन रहे आवेदक

raj cop

बीकानेर, (samacharseva.in)। लॉकडाउन के दौरान अत्यंत आवश्यक होने पर  बीकानेर जिले में यात्रा करने की अनुमति और पास जारी करने का कार्य कौन करेगा लगता है यह स्थानीय प्रशासन को भी पता नहीं है। जिला कलेक्टर ने सहायक कलेक्टर (मुख्यालय) को जिले में वाहन एवम यात्री पास जारी करने के लिए अधिकृत कर रखा है जबकि सहायक कलेक्टर आवेदन कर्ताओं को पुलिस विभाग के “राजकोप सिटिज़न” नामक एप्प पर आवेदन करने की सलाह दे रही है।

उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव  द्वारा यह आदेश जारी किया गया है कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक यात्रा करने की अनुमति के लिए एसएसओ आईडी के माध्यम से “राजकोप सिटीजन” एप्प द्वारा यात्रा के लिए पुलिस से अनुमति मांगी जा सकती है। इस एप्प के माध्यम से स्थानीय पुलिस थाना द्वारा तत्काल वेरिफिकेशन किया जा कर आवश्यक मामलों में अनुमति जारी किए जाने का प्रावधान है। इसके बावजूद राजकोप सिटीजन के माध्यम से आवेदन करने वाले आवेदकों के आवेदन पुलिस द्वारा खारिज किये जा कर उन्हें सलाह दी जा रही है कि वे अपना आवेदन एडीएम को प्रस्तुत करें।

हताश आवेदकों ने एडीएम कार्यालय से संपर्क कर यात्रा की अनुमति चाही लेकिन वहां से यह बताया गया कि इसके लिए जिला कलेक्टर ने सहायक कलेक्टर (मुख्यालय) को अधिकृत कर दिया है। जरूरतमन्द आवेदकों ने सहायक कलेक्टर (मुख्यालय) में आवेदन किया तो वहां से मेल द्वारा यह जवाब दे दिया गया कि पास बनाने के लिए एसएसओ आईडी के माध्यम से राजकोप सिटीजन एप्प में आवेदन करें। अनुमति चाहने वाले जरूरतमन्द बड़ी मुश्किल आए अपने आवेदन सहायक कलेक्टर को प्रेषित कर रहे हैं जहां से उन्हें राजकोप सिटीजन एप में आवेदन करने की सलाह दी जा रही है।

Your pass is not approved with the following remarks.

PLEASE CONTACT ADM BIKANER.

In the current time, Social distance is most important thing. Hope you will support the protection and appreciate the decision. Still , you have option to reply in case you think there is an emergency / essential need of the pass.

Rajasthan Police

किसी तरह एसएसओ आईडी बना कर जन साधारण राजकोप सिटीजन एप में आवेदन कर भी रहे हैं तो उन्हें वहां से एडीएम से संपर्क करने को कहा जा रहा है। पुलिस और प्रशासन, दोनों को ही यह जानकारी नहीं है कि आखिर जिले में यात्रा करने की अनुमति देने के लिए अधिकृत है कौन? किसी को अपने बीमार परिजन को अस्पताल दिखाना है, किसी के प्रसूती का समय नजदीक है तो किसी की रबी की फसलें खेत में खड़ी खराब हो रही है,ऐसे अनेक आवश्यक मामलों में अनुमति ले कर यात्रा करनी जरूरी होते हुए भी आवेदक पुलिस और प्रशासन के बीच फुटबॉल बने हुए हैं।

पुलिस ई मेल के जरिये आवेदन निरस्त कर प्रशासन से संपर्क करने को कह रही है इसी प्रकार प्रशासन भी ई मेल के जरिये  पुलिस से संपर्क करने को कह रहा है।इस लालफीताशाही  में हैरान परेशान आवेदक  भटक रहे हैं।

ऐप के जरिए मिलेगा डिजीटल पास, करना होगा ऑनलाइन आवेदन

बीकानेर, (samacharseva.in)।  लॉकडाउन के दौरान इमरजेंसी और अति आवश्यक परिस्थितियों में अब आमजन को तुरंत डिजिटल पास जारी करने का काम राजकॉपसिटीजन एप या ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि इस एप के जरिए आमजन थाने या सरकारी कार्यालयों में जाए बिना ऑनलाइन आवेदन कर पास प्राप्त कर सकता है। गौतम ने बताया कि राजस्थान पुलिस द्वारा आम नागरिकों को राजकॉप सिटीजन एप के माध्यम से ये सेवाएं उपलब्ध करायी गई है।

आम नागरिकों द्वारा इसे प्लेस्टोर या एप स्टोर से डाउनलोड या इंस्टाल किया जा सकता है। गौतम ने बताया कि इस एप को लॉगिन करने के लिए एसएसओ आईडी की आवश्यकता होगी,  अथवा कोई भी व्यक्ति वेब आधारित व्यवस्था पर लॉगिन कर पास के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है।

आवेदन के लिए नहीं काटने होंगे चक्कर

गौतम ने बताया कि पास के लिए सम्बंधित को थाने या अन्य किसी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है,  राजकाप सिटीजन एप में एसएसओ आईडी के द्वारा लॉगइन कर आवश्यक विवरण की पूर्ति कर आवेदन किया जा सकता है या लॉग इन कर पास के लिए आवेदन कर सकते हैं। सिटीजन ऐप पर दर्ज ई मेल के जरिए पास भेज दिया जाएगा तथा पास के साथ वाहन परमिशन भी क्यूआरकोड के साथ प्राप्त हो सकेगा।

यदि सम्बंधित प्रार्थी का आवेदन अस्वीकृत किया जाता है तो अस्वीकृत करने के कारण सहित सम्बंधित को ई मेल भेजा जाएगा। गौतम ने बताया कि सम्बंधित व्यक्ति एंट्री फार्म भरने के दौरान थाने का चयन मैप पर कर अपनी लोकेशन मार्क कर सकते हैं। आवेदन फार्म में फोटो, पहचान पत्र एवं अन्य दस्तावेज अपलोड करने होंगे।  प्रशासन द्वारा ऑफलाइन पास प्राप्त करने के बावजूद डिजीटल पास के लिए आवेदन किया जा सकता है ताकि फोटो मय पास व क्यूआरकोड प्राप्त किया जा सके जिसे वाहन पर चस्पा किया जा सके।

गौतम ने बताया कि आवेदक द्वारा व्यक्तिगत श्रेणी में आवेदन करने पर सम्बंधित पुलिस अधीक्षक को आवेदन प्राप्त होगा जबकि कंपनी या फर्म श्रेणी में आवेदन करने पर आवेदक द्वारा ऑनलाइन फार्म में चयन किए गए विभाग को उसकी मैपड ई मेल आईडी पर निस्तारण के लिए आवेदन प्राप्त होगा। गौतम ने अनुमति पत्र जारी करने के सम्बंध में पुलिस अधीक्षक को नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा है। 

ई पास की होगी डिजीटल जांच

जिला कलक्टर ने बताया कि ई पास को फील्ड में तैनात पुलिसकर्मी राजकॉप आफिसियल मोबाइल एप के माध्यम से पास का नम्बर,  वाहन पर चस्पा मोबाइल नम्बर या क्यूआरकोड को स्कैन कर पास की वैद्यता की जांच कर सकते हैं।

महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा उपलब्ध

राजकॉप सिटीजन एप के माध्यम से महिला सुरक्षा की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। कोई भी महिला पुलिस की निगरानी में कहीं भी यात्रा कर सकती है। महिला द्वारा इस विकल्प पर क्लिक कर अपनी यात्रा संबंधी विवरण भरा जा सकता है और उसके संबंध में कोई भी फोटो विडियो को अपलोड किये जा सकते है। इस फीचर में महिला को अपने परिचितों के मोबाईल नम्बर जोडे जाने एवं महिला द्वारा एसएमएस टैकिंग के चैकबाक्स का चयन करने पर पुलिस नियत्रंण कक्ष के साथ-साथ महिला के उन परिचितों को भी थोड़े-थोड़े अन्तराल पर महिला की लोकेशन जरिये मैसेज शेयर की जाती है, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी तरीके की समस्या होने पर पुलिस के साथ साथ उसके परिचित भी तत्काल सहायता के लिए उपलब्ध हो सके।