बीकानेर, (samacharseva.in)। कभी भी धँस सकती हैं नागणेचीजी मन्दिर की दीवारें, पवनपुरी स्थित जिले के प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक श्री नागणेचीजी मंदिर की दीवारें कभी भी धंस सकती है। इस प्रमुख प्राचीन प्रवेश द्वार वर्तमान में सड़क से काफी नीचे हो गया है। इस कारण मंदिर परिसर में बरसात के समय पानी भर जाता है।
इससे चारो ओर की दीवारों में सीलन आने लगी है। इस बरसाती पानी के कारण मंदिर की प्राचीन दीवारे जर्जर अवस्था मे पहुँच चुकी हैं। यही कारण है कि इस बड़े मन्दिर की ये दीवारे कभी भी धँस सकती हैं और बडा हादसा हो सकता है। अभी कोविड- 19 वायरस के संक्रमण के कारण मन्दिर बन्द था। इस कारण भी मन्दिर के बाहर चारों और अस्थाई अतिक्रमण बढ गए हैं।
पशु चारा बिक्री करने वालों ने भी यहां अपना डेरा जमा लिया है। इसके कारण मंदिर परिसर के आसपास अनावश्यक रूप से पशुओं का जमावड़ा होने लगा है। बीकानेर सिटीजन के एडवोकेट हनुमान शर्मा, एस. एस शर्मा, हेमंत आदि ने रविवार को बीकानेर आये देवस्थान विभाग के मंन्त्री गोविंद सिंह डोटासरा को मंदिर की जीर्णशीर्ण होती हालत के बारे में जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि मंदिर की चारदिवारी का कार्य करवाना अब बेहद जरूरी हो गया है।
मंदिर के प्राचीन प्रवेश द्वार को सड़क से ऊपर उठाने की आवश्यकता है। साथ ही मंदिर परिसर की भूमि में पार्क डवलप करवाने तथा मंदिर परिसर व आसपास में हो रहे अस्थाई अतिक्रमण को भी हटवाना जरूरी है। इस संबंध में दिये गए ज्ञापन में बताया गया है कि श्री नागणेचीजी मंदिर में प्रतिदिन सैंकड़ों दर्शनार्थी आते हैं। यहाँ प्रतिवर्ष नवरात्रि एवं अन्य अवसरों पर मेला भरता हैं।
मेलों में हजारों की संख्या में लोग आते हैं। मंत्री डोटासरा ने बीकानेर सिटीजन से जुडे सदस्यों को आश्वासन दिया कि जल्द बजट उपलब्ध करवाकर मंदिर में मरम्मत का काम करवाया जाएगा तथा अस्थायी अतिक्रमण व अन्य समस्याओं का भी जल्द समाधान करवाया जाएगा।