डॉ मेघना शर्मा द्वारा संपादित पुस्तक ‘युग युगीन नारी’ का हुआ लोकार्पण

Inauguration of the book 'Yug Yugin Nari' edited by Dr. Meghna
Inauguration of the book 'Yug Yugin Nari' edited by Dr. Meghna

दिल्ली विश्वविद्यालय की डॉ. चयनिका उनियाल पंडा रहीं मुख्‍य अतिथि

बीकानेर, (samacharseva.in)। डॉ मेघना द्वारा संपादित पुस्‍तक ‘युग युगीन नारी’ का हुआ लोकार्पण, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के सेंटर फॉर विमेंस स्ट्डीज और राजस्थानी विभाग की प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा द्वारा संपादित पुस्तक “युग युगीन नारी” का लोकार्पण शुक्रवार को कुलपति प्रो भगीरथ सिंह और दिल्ली विश्वविद्यालय की डॉ. चयनिका उनियाल पंडा ने किया।

विवि परिसर के महर्षि वशिष्‍ठ भवन में आयोजित समारोह में मुख्‍य अतिथि शिक्षाविद डॉ. चयनिका उनियाल पंडा ने कहा कि विश्व के कई अति विकसित राष्ट्र भी महिला प्रधान नहीं दे पाए हैं किन्तु भारत ने महिला राष्ट्रपति भी दी और प्रधानमंत्री भी, किन्तु अभी भी सशक्तिकरण के क्षेत्र में और काम करने की आवश्यकता महसूस होती है।

उन्होंने पूर्व काल को याद कर कहा की पहले माना जाता था कि महिला के पढ़ने से उसके पति की उम्र कम होती है, इसलिए उन्हें नहीं पढ़ना चाहिए। किन्तु वर्तमान समय में शिक्षा को लेकर परिदृश्य बदला है और महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम फहरा रही हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए  कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह ने कहा कि विभागों को लगातार सक्रिय रहकर शैक्षणिक उन्नयन में अपनी भूमिका निभाते रहना समय की जरूरत है क्योंकि युवा पीढ़ी की कमान शिक्षकों के हाथ में है, इसलिए आवश्यकता है उन्हें सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास की ओर उत्प्रेरित करने की।

स्वागत उद्बोधन में डॉ. मेघना शर्मा ने पुस्तक की रचना प्रक्रिया पर बात करते हुए अपने अनुभव साझा किए। डॉ. मेघना ने बताया कि लोकार्पित पुस्तक इतिहास, साहित्य व संस्कृति से स्त्री विमर्श के विभिन्न आयामों को समेटे हुए है जिसमें सत्तावन नारी उत्थान संबंधी लेख शामिल हैं।

समारोह में डॉ अनिला पुरोहित, डॉ इंद्रा बिश्नोई, प्रो अनिल कुमार छंगाणी, प्रो राजाराम चोयल, डॉ सीमा शर्मा, प्रकाशन विभाग के उमेश शर्मा, विकास पारीक, डॉ प्रगति सोबती, संतोष कंवर शेखावत, डॉ अनिल कुमार दुलार, डॉ अभिषेक वशिष्ठ, डॉ लीला कौर, डॉ गौतम मेघवंशी, सप्रेम जोशी आदि शामिल रहे।