अब उम्र के हिसाब से होंगे होम क्वारंटाइन
बीकानेर (samacharseva.in)। अब उम्र के हिसाब से होंगे होम क्वारंटाइन, जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि पीबीएम अस्पताल परिसर में जनाना विंग (एमसीएच) में कोरोना पॉजिटिव रोगियों को शिफ्ट किया जाए, इसके लिए यहां 300 बेड लगाए जाएं। नए बेड खरीदने का कार्य मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा अधीक्षक पीबीएम अस्पताल द्वारा कर लिया गया है। अब शीघ्र ही यहां 300 बेड लगा दिए जाएं। साथ ही यह भी देखें कि वर्तमान में जिस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 150 रोगियों को रखा जा रहा है वहां भी शेष खाली रहे भवन में 100 बेड और रखे जाएं, ताकि आने वाले समय में अगर जरूरत पड़े तो इन दोनों स्थानों पर कोरोना रोगियों को रखकर उनका बेहतर इलाज कर सकें। मेहता बुधवार को अपने कक्ष में कोविड-19 की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
होम क्वारंटाइन उम्र के हिसाब से
दो चरणों में की जाए जांच
जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव रोगियों के संपर्क में आने वाले लोगों की दो चरणों में जांच की जाए। प्रथम चरण में रोगी के परिजनों की जांच हो। तथा दूसरे चरण में आफिस या सहकर्मियों की जांच हो। जिससे प्रत्यक्ष सम्पर्क में आने वालों की तुरंत रिपोर्ट आ जाए तथा दूसरे चरण में सहकर्मी दूसरे चरण में वह व्यक्ति शामिल किए जाएं, जिनसे वह पॉजिटिव आने से पूर्व कुछ समय के लिए मिला हो। दो चरणों की जांच के पीछे उद्देश्य यह रहेगा की प्रथम चरण वाले संदिग्ध रोगियों की जांच शीघ्रता से होने से चैन के टूनने में आसानी रहेगी, वहीं दूसरे चरण में कुछ समय के लिए मिले रोगियों से जांच की जाए। साथ ही अगर पॉजिटिव आने वाला व्यक्ति अगर किसी कार्यालय या संस्थान में है तो ऐसे व्यक्ति जो संपर्क में आए हैं उनकी 7 दिन के पश्चात जांच की जाए ताकि अगर प्रारंभिक तौर पर लक्षण कम हो तो 7 दिन बाद लक्षण भी आ सकते हैं और जांच में भी बीमारी का पता आसानी से चल जाएगा।
जांच में सहयोग नहीं तो स्टेट क्वेंरटाइन होंगे
बैठक में जिला कलक्टर को बताया कि कुछ व्यक्तियों द्वारा जांच में सहयोग नहीं किया जाता है या जांच में टालमटोल किया जाता है तो उसे स्टेट क्वारंटाइन कर दिया जाए। इसी तरह जिस संदिग्ध रोगी को अथवा पॉजिटिव को होम क्वारंटाइन किया जाता है तो उसके घर के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया जाए। जिसमें व्यक्ति का नाम और होम क्वारंटाइन होने की तिथि अंकित की जाए।
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