पशुओं में पाए गए खाज–खुजली, कमजोरी, भूख कम लगना एवं बाह्य परजीवी रोग
NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। शिविर में 300 ऊंटों सहित 1442 पशुओं का इलाज किया, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र (एनआरसीसी) बीकानेर ने गुरुवार को कोलायत के खारिया पतावतान गांव में पशु स्वास्थ्य शिविर एवं कृषक–वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजित किया।
आयोजकों के अनुसार शिविर में पहुंचे पशुओं में खाज-खुजली (मेंज), कमजोरी, भूख कम लगना एवं बाह्य परजीवी रोग देखे गए। इनके उपचार हेतु पशुओं को दवा दी गई साथ ही पेट के कीड़े मारने की दवा पिलाई गई।
शिविर में 100 से अधिक पशुपालक सम्मिलित हुए। शिविर में 300 ऊँटों सहित लाए गए कुल 1442 पशुओं का उपचार किया गया। दवाइयां दी गईं। शिविर में एनआरसीसी में निर्मित पशुओं के खनिज मिश्रण का भी वितरण किया गया।
उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र के निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू ने बताया कि केन्द्र सरकार के अनुसूचित जाति कल्याणार्थ उप-योजना के तहत शिविर आयोजित किया गया। पशुपालकों को एनआरसीसी में भ्रमण, प्रशिक्षण हेतु आने के लिये प्रोत्साहित किया।
शिविर के दौरान पशुपालकों से हुए संवाद कार्यक्रम में ग्राम पंचायत खारिया पतावतान गांव के सरपंच भवानी शंकर, कोलायत के एसडीएम प्रदीप चाहर, केन्द्र की एससीएसपी उप-योजना के नोडल अधिकारी डॉ.आर.के.सावल,
डॉ. सुमन्त व्यास, डॉ. काशीनाथ, डॉ. विजय तंवर, डॉ. हितेश बागड़ी, भीकाराम, रिंकू यादव, मनजीत सिंह, ने भी विचार रखे।