जयपुर, (समाचार सेवा)।आम लोगों तक सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभ सरलता, सुगमता एवं पारदर्शी रूप से पहुंचाने के उद्देश्य से राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने नागरिकों के ‘एक नम्बर, एक कार्ड, एक पहचान‘ के रूप में जन-आधार कार्ड बनाने शुरू किए हैं।
इसके तहत प्रत्येक परिवार को 10 अंकों वाली संख्या का एक जन आधार कार्ड दिया जाएगा। जयुपर में बुधवार 18 दिसंबर को सवाई मानसिंह अस्पताल के सभागार में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 5 महिलाओं को जन-आधार कार्ड प्रदान कर जन-आधार योजना का शुभारम्भ किया।
जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल जन आधार कार्ड परिवार की 18 वर्ष से अधिक उम्र की महिला मुखिया के नाम से बनेगा और इस कार्ड में परिवार के सभी सदस्यों का नाम लिखा जाएगा। जन आधार कार्ड से राशन सामग्री, निशुल्क दवायें, सरकार से मिलने वाली पेंशन, ई-कॉमर्स, बीमा सुविधा का लाभ जन आधार कार्ड के माध्यम से मिल सकेगा।
समारोह में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग नारायणा अस्पताल समूह के संस्थापक और चेयरमैन देवीप्रसाद शेट्टी, इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एण्ड बायलरी साइंसेज के निदेशक डॉ. एसके सरीन,
अपोलो हैल्थ केयर की संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संगीता रेड्डी, सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने भी विचार रखे।