प्रगति के पथ पर अग्रसर है एमजीएसयू बीकानेर – प्रो. वी. के. सिंह

MGSU Bikaner is marching on the path of progress – Prof. V.K. Singh

एमजीएसयू  कुलपति विनोद कुमार सिंह के कार्यकाल के दो वर्ष पूर्ण

बिजली के क्षेत्र में विश्वविद्यालय आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर

बीकानेर, (समाचार सेवा) प्रगति के पथ पर अग्रसर है एमजीएसयू बीकानेर – प्रो. वी. के. सिंह, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर अपने मूल स्वरूप को विकसित कर समाज एवं देश हित में शिक्षा एवं शोध में नवाचारों के माध्यम से प्रगति के पथ पर अग्रसर है।

यह कहना है विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह का। प्रो. सिंह शुक्रवार को पूरे हुए अपने दो वर्षीय कुलपति कार्यकाल में किए गए कार्यो पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

उन्‍होंने बताया कि विश्वविद्यालय का प्रत्येक कार्मिक विश्वविद्यालय को एक ऐसे राष्ट्रीय शिक्षण संस्था के रूप में विकसित करने में अपना सम्पूर्ण योगदान दे रहा है जो विश्व के विश्वविद्यालयों के लिए भी एक मॉडल बन सके।

उन्‍होंने कहा कि कुलाधिपति कलराज मिश्र की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय देश की आज़ादी की 75 वीं वर्षगांठ ‘‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’’ पर कार्यक्रम करवाये।

कुलाधिपति के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा  नीति-2020 को विश्वविद्यालय स्तर पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित कराने के लिए माइक्रो टाॅस्क फोर्स का गठन कर आॅनलाइन लेक्चर सीरीज़ के आयोजन करवाये गए।

उन्‍होने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा सत्र 2021-22 से विभागों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट प्रणाली लागू करते हुए एल.ओ.सी.एफ. के अनुसार पाठ्यक्रम संचालित किये है तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों में सेमेस्टर प्रणाली लागू की जा रही है।

प्रो. सिंह ने बताया कि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय शैक्षणिक उन्नयन के साथ-साथ खेलों के क्षेत्र में निरन्तर प्रगति कर रहा है।

परिसर में इण्डोर स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स, साइकिल वेलोड्रम, सिंथेटिक ट्रैक खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की लिए वरदान साबित होंगी।

उन्‍होंने बताया कि विश्वविद्यालय विद्युत क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। परिसर में 100 किलो वाॅट क्षमता का ‘‘ग्रीन सोलर काॅरिडोर’’ एवं 400 किलो वाॅट क्षमता का सोलर प्लान्ट विकसित किया गया।  विवि में आॅक्सीजन पार्क विकसित किया गया।

परिसर में निर्मित 1000 की बैठक क्षमता वाला पूर्णतः वातानुकूलित आॅडिटोरियम तैयार किया गया। विवि में कुलाधिपति पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को एक दिन का मानद् कुलपति बनाया गया।

कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए विश्‍व विद्यालय में स्मार्ट क्लास, वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग सुविधा, आधुनिक तकनीक युक्त कम्प्यूटर लैब, आधुनिक प्रयोगशालाएँ आदि सुविधाएं विकसित की गई है।

विवि परिसर में ‘केन्द्रीय शोध’ केन्द्र स्थापित किया जा रहा है जिससे विश्वविद्यालय के साथ-साथ सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक एवं विद्यार्थी भी यहां आकर शोध कर सकेंगे।

दो वर्षीय कुलपति कार्याकाल पूर्ण के अवसर पर कुलपति प्रो. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा विजन-2030 तैयार किया जा रहा है जो इस क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।