बच्‍चों ने बताया, कहां अटका था भोलाराम का जीव

Children told, where was the life of Bholaram stuck
Children told, where was the life of Bholaram stuck

NEERAJ JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)  बच्‍चों ने बताया, कहां अटका था भोलाराम का जीव, रानी बाजार स्थित सेमूनौ इंस्टीट्यूशन में रविवार को हुए नाटयोत्सव में बच्‍चों ने देश के सिस्‍टम पर व्यंग्य करने वाले नाटक भोलाराम का जीव में बताया कि सरकारी व्‍यवस्‍था में आम आदमी‍ किस प्रकार पिसता है।

आम आदमी मरने के बाद भी सरकारी फाइलों में दबा रहता है। कार्यक्रम के बाल नाटक का प्रस्तुतीकरण में व्यंग्य लेखक हरिशंकर परसाई द्वारा लिखे भोलाराम के जीव का नाटक मंचन हुआ।

आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत केन्‍द्रीय संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से यहां दो नाटकों का मंचन हुआ। प्रियदर्शीनी मिश्रा के निर्देशन में  विजयदान देथा के नाटक अनोखा पेड़ का  एवं व्यंग्य लेखक हरिशंकर परसाई द्वारा लिखी भोलाराम के जीव का नाटक मंचन हुआ।

समारोह में मुख्‍य अतिथि नाटककार हरीश बी. शर्मा रहे। कार्यक्रम में डॉ. नीलम जैन, गगन मिश्रा, मीना  जोशी, किरण गौड, संपत जैन ने भी विचार रखे। संचालन सोनम सुराना ने किया।