कांग्रेस की रीढ़ हैं यूथ कांग्रेस व एनएसयूआई : सियाग
बीकानेर, (समाचार सेवा)। यूथ कांग्रेस के बीकानेर लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने कहा कि कांग्रेस के अग्रिम संगठन यूथ कांग्रेस तथा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई पार्टी की रीढ़ हैं।
सियाग गुरुवार को देहात कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की 29 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित रैली की तैयारी बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की विफलताओं को उजागर करने तथा सरकार की दमनात्मक नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिये कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित की जा रही इस आक्रोश रैली में अधिक से अधिक लोगों को शामिल होना होगा।
सियाग ने केन्द्र की भाजपा सरकार के चार साल के शासन में देश में भय, नफरत और अविश्वास का माहौल पैदा किया है। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सुन्दर बैरड़ ने कहा कि राहुल गाँधी कीजन आक्रोश रैली में सभी बूथ व ब्लॉक से अधिकाधिक संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचेंगे।
बैठक में देहात कांगेस अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत, शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, लूणकरणसर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीकृष्ण सिंवर, सत्तुखां, शहर कांग्रेस प्रवक्ता नितिन वत्सस आदि ने भी विचार रखे।
बीएसएनएल की सेवायें गडबडाई
बीकानेर (समाचार सेवा)। शहर में बीएसएनएल फोन, मोबाईल फोन तथा इंटरनेट कनेक्शन कब अचानक ठप हो जाएंगे ये कोई कह नहीं सकता।
अनेक लोग बीएएसएनएल की व्यवस्थायें ठप होने पर विभाग को फोन लगाते हैं तो वहां फोन उठाने वाला कोई नही होता है। यदि कस्टमर बीएसएनएल कार्यालय पहुंच जाए तो भी उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं होता है। कोई मिलता है तो वो यही जवाब देता है कि समस्या चंडीगढ से है।
वहां से जैसे ही ठीक होगी बीएसएनएल की व्यवस्थायें सुचारू हो जाएंगी। परेशान लोग दूसरी टेलीफोन कंपनियों की ओर मुड जाते हैं।
गडबडाई शहर की सफाई व्यवस्था
बीकानेर (समाचार सेवा)। बीकानेर में सफाई व्यवस्था गडबडाई हुई हे। अनेक लोगों व संगठनों ने नगर
निगम को ज्ञापन भेजकर सफाई व्यवस्था सुचारू करने की मांग की मगर व्यवस्था सुचारू नहीं हो सकी। कहीं विवाह स्थलों के बाहर गंदगी को हटाने की व्यवस्था नहीं है तो कहीं नालों को सफाई करने की सुचारू व्यवस्था को लेकर बार बार आग्रह करने के बावजूद नाले गंदगी से अटे पडे हैं।
सडकों के गडढे तो और भी हालात खराब करने वाले हैं। आवारा पशुओं व सडक के गडढों ने राहगीरों को कई बार चोटिल किया है। जिला प्रशासन किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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