दाहसंस्कार के लिए रियायती दर पर मिले जलाऊ लकडी : ओझा

Firewood found at concessional rate for cremation
Firewood found at concessional rate for cremation

कोविड मृतकों के दाह संस्कार के लिए मिले 10 हजार रु. की अनुग्रह राशि

बीकानेर, (समाचार सेवा)। दाहसंस्कार के लिए रियायती दर पर मिले जलाऊ लकडी : ओझा, भाजपा जस्सूसर मंडल के अध्यक्ष एडवोकेट मुकेश कुमार ओझा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेजकर आमजन को वनविभाग डिपो से दाहसंस्कार हेतू रियायती दर पर लकड़ी मिले उपलब्ध कराने की मांग की है।

पत्र में ओझा ने कोविड मृतकों  के परिजनो को मृतक के दाहसंस्कार हेतू 6 से 10 हजार रुपये की राशि अविलम्ब त्वरित जिला प्रशासन अथवा अस्पताल प्रशासन द्धारा नगद या चैक के माध्यम से तुरंत दिलवाने की व्यवस्था करने की भी मांग की है। ओझा ने बताया कि इन मांगों से संबंधि ज्ञापन जिला प्रशासन को भी भेजा गया है।

ज्ञापन भेजने वालों में मंडल अध्यक्ष मुकेश ओझा मंडल महामंत्री चोरूलाल सुथार, आसकरण ओझा मय मंडल टीम शामिल रही। ओझा के अनुसार गत माह 21 अप्रेल को भी भाजपा जस्सुसर मंडल टीम ने ज्ञापन भेजकर उपरोक्त मांग के साथ कोविड मृतको कि ससम्मान दाहसंस्कार के लिए सरकारी सहायता की मांग राज्य सरकार से की थी।

इस पर मांग पर कार्यवाही करते हुए राजस्थान सरकार ने 26 अप्रैल  को राजस्थान मुख्यमंत्री गहलोत ने घोषणा की थी कि 34.56 करोड रूपए नगरीय इकाइयों द्वारा कोविड-19 मृतकों के संपूर्ण दाह संस्कार का खर्चा राज्य सरकार उठाएगी परंतु यह वर्तमान में आज 25 दिन होने के बाद में भी यह योजना क्रियान्वित नहीं हो सकी। ना ही किसी को लाभ मिला।

भाजपा  जस्सुसर मंडल बीकानेर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार से फिर यह मांग की  है। ओझा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते मृतकों के लिए उनके दाह संस्कार हेतु शमशान गृहों, मुक्तिधाम हेतु जलाऊ लकड़ी वन विभाग से रियायती दरों पर उपलब्ध करवाने हेतु संबंधित अधिकारी गणों को अत्यावश्यक निर्देश जारी करने के लिये सीमए से आग्रह किया गया है ताकि आमजन को आर्थिक बोझ से निजात मिल सके इसका कारण वर्तमान में दाह संस्कार के लिए बाजार में जलाऊ लकड़ी करीब 10 से 12 रुपये प्रति किलो (1000 से 1200 प्रति क्विंटल) के भाव से मिल रही है।

वहीं दूसरी तरफ यही जलाऊ लकड़ी वन विभाग के डिपो पर करीब 1.50 से 2 रुपये प्रति किलो (150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल) नीलामी में बेची जा रही है जो आमजन को उपलब्ध नहीं हो रही है। परिणाम स्वरूप एक मृतक के दाह संस्कार में करीब 5 से 7 क्विंटल लकड़ी लगती है जिस पर करीब 5000 से 6000 का खर्चा सिर्फ लकड़ी का तथा अन्य 3000 का खर्चा सहित एक दाह संस्कार में 9000 से 10000 रुपये खर्च आ जाता है।

राज्य सरकार के प्रत्येक जिले तहसील गांव में वन विभाग के डिपो पर आमजन के लिए रियायती दर पर आवश्यकतानुसार दाह संस्कार के लिए लकड़ी उपलब्ध करवाने का निवेदन मुख्यमंत्री से किया गया है। पत्र में बताया गया है कि 26 अप्रैल को कोरोनावायरस मृतकों के दाह संस्कार का संपूर्ण खर्चा राज्य सरकार द्वारा उठाये जाने की घोषणा सिर्फ मुखजबानी ही व्यक्तत्व  बनकर रह गई है।

34.56 करोड रुपए आपने इसके लिए पूरे राजस्थान में आवंटित करने की मात्र घोषणा कि परंतु यह सेवा कार्य अभी तक धरातल पर क्रियान्वित नहीं हो सकी है।