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रात 10 बजे बाद मोबाइल से भी नहीं हो सकेगा प्रचार प्रसार

no mobile prachar

विधानसभा चुनाव 2018

बीकानेर, (समाचार सेवा)। रात 10 बजे मोबाइल से भी नहीं हो सकेगा प्रचार प्रसार, इस बार के विधानसभा चुनाव में मोबाइल फोन से भी रात दस बजे से सुबह छह बजे तक वाट्सएप व मोबाइल कॉल के माध्यम से चुनाव प्रचार प्रसार नहीं किया जा सकेगा।

जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. एन.के.गुप्ता ने बताया कि चुनाव कार्य से जुड़े सभी अधिकारी इस बात पर भी कड़ी नजर रखेंगे कि रात दस से सुबह छह बजे तक ध्वनी विस्तारक यंत्रों के माध्यम से प्रचार प्रसार नहीं हो,

इसी तर्ज पर मोबाइल के द्वारा भी रात दस बजे से सुबह छह बजे तक वाट्सएप व मोबाइल कॉल के माध्यम से प्रचार प्रसार नहीं किया जाए।

अगर प्रतिबंधित समय में चुनाव गतिविधियों प्रचार प्रसार करने पर आदर्श आचार संहिता के तहत संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

डॉ.गुप्ता गुरुवार को कलक्टर सभागार में विधान सभा चुनाव के लिए गठित विभिन्न मतदान प्रकोष्ठों के प्रभारी अधिकारियों की प्रथम बैठक में बोल रहे थे।

डॉ. गुप्ता ने विधान सभा चुनाव से जुड़े सभी मतदान प्रकोष्ठों के प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने प्रकोष्ठ के सम्पूर्ण कार्यों का कलेण्डर बनाकर कार्य प्रारंभ कर दें,

जिससे विधान सभा चुनाव पूर्ण सुगमता, सहजता तथा लोकतंत्र की मर्यादानुसार हो सकें। प्रत्येक कार्य के प्रारंभ से लेकर निष्पादन तक की कार्य योजना की समय सारणी बनाकर प्रभावी कार्य करें।

उन्होंने कहा कि चुनाव से जुड़े अधिकारियों का एक वाट्स ऐप समूह बना लिया जाए जिसमें सभी जानकारियों हो, साथ ही विधान सभा चुनाव से जुड़े आदेश व निर्देश इस समूह के माध्यम से सभी अधिकारियों के पास तत्काल पहुंच सकें।

उन्होंने कहा कि जिले के सभी मतदान केन्द्रों पर चुनाव से पूर्व कम से कम एक बार ईवीएम तथा वी.वी.पैट का प्रदर्शन कर आम मतदाताओं को मशीन के माध्यम से मतदान करने की सम्पूर्ण कार्यवाही से अवगत करवाया जाए।

जिससे आम मतदाता,मतदान के दिन  अपने मताधिकार का उपयोग आसानी से कर सकें। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जिला मुख्यालय पर अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर तथा उप खंड अधिकारी कार्यालय में ई.वी.एम. एवं वी.वी.पैट का प्रदर्शन राजकीय कार्य दिवसों में प्रतिदिन किया जा रहा है,

जहां आम मतदाता इसके उपयोग के बारे में जानकारी हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि मतदान दल में जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण देते वक्त यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि एक समय में 50 से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण में शामिल नहीं किया जाए,

जिससे प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को मतदान की प्रक्रिया को बारीकी से समझाया जा सके। डॉ.गुप्ता ने कहा कि सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का डेटाबेस सूचना समय पर उपलब्ध हो जाए जिससे मतदानदलों के गठन का कार्य समयबद्धता से किया जा सके।

उन्होंने कोषाघिकारी को निर्देश दिए कि सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का सितम्बर माह का वेतन बिल पारित करने से पहले सभी आहरण वितरण अधिकारियों से यह प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया कि अपने अधीनस्थ कर्मचारियों व अधिकारियों की सूचना निर्वाचन शाखा में उपलब्ध करवा दी गई है।

उन्होंने अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन ए.एच.गौरी को निर्देश दिए कि राज्य कर्मचारियों के साथ-साथ, केन्द्र सरकार के कर्मचारियों-अधिकारियों, भारतीय जीवन बीमा निगम, राष्ट्रीयकृत बैंक, स्वायतशाषी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की सूचना को भी अपडेट करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों से समन्वय व सामंजस्य स्थापित कर सूचना प्राप्त कर ली जाए।

साथ ही जिला मुख्यालय पर स्थित सभी विश्वविद्यालयों में कार्यरत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची प्राप्त की जाए।

बीकानेर में होगा महिलाओं का मतदान केन्द्र 

बीकानेर जिले की सभी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में जिस मतदान केन्द्र पर महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है उस मतदान केन्द्र में महिला निर्वाचन अधिकारी, मतदानकर्मी, सुरक्षाकर्मी सभी महिलाएं ड्यूटी करेंगी।

ऐसे करने के पीछे निर्वाचन विभाग व जिला प्रशासन की मंशा है कि महिला मतदान का प्रतिशित बढ़ाने की है ।

शिकायतों का निस्तारण होगा 100 मिनट में     

डॉ.गुप्ता ने बताया कि आदर्श आचार संहिता का उलंघन यदि कोई व्यक्ति करता हुआ पाया जाता है तो इसकी शिकायत आमजन अपने एन्ड्रायड फोन के माध्यम से सीविजिल ऐप को डाउनलोड करने के बाद कर सकता है।

उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने में नागरिकों को सक्षम बनाने के लिए मोबाइल ऐप सीविजिल विकसित किया है। सीविजिल ऐप यूजर्स सहज और आसन है।

ऐप के लिए कैमरा, इंटरनेट कनेक्शन और जीपीएस लेस एन्ड्रायड स्मार्ट फोन जरूरी है।  डॉ. गुप्ता ने बताया कि शिकायत जैसे ही दर्ज होगी, तत्काल वह फोन के माध्यम से सूचना जिले में स्थापित नियंत्रण कक्ष में जाएगी, जहां से शिकायत को उड़नदस्ते के पास जाएगी ।

उड़नदस्ता तत्काल ही वहां पहुंचेगा जहां कि शिकायत मोबाइल एपलीकेशन के माध्यम से प्राप्त हुई है। उड़नदस्ते की कार्यवाही किए जाने के बाद कार्यवाही रिपोर्ट के रूप में संबंधित पीठासीन अधिकारी को उनके निर्णय व निष्पादन के लिए अपलोड कर दी जाएगी।

यदि घटना सही पाई जाती है तो आगे की कार्यवाही भारतीय निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय पोर्टल पर भेजी जाएगी तथा जागरूक नागरिक को 100 मिनट में की गई कार्यवाही से अवगत करवाया जाएगा। बैठक में सभी प्रकोष्ठों के प्रभारी व सह प्रभारी उपस्थिति है।

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