पार्षद बोला मैने नहीं पी है, पुलिस नहीं मानी
राजेश छंगाणी
बीकानेर, (समाचार सेवा) पार्षद बोला मैने नहीं पी है, पुलिस नहीं मानी। कोटगेट क्षेत्र में बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चला रहे वार्ड 60 के पार्षद राजेन्द्र शर्मा का जब पुलिस ने चालान काटने का प्रयास किया तो पार्षद शर्मा ने हंगामा मचा दिया।
पार्षद का दावा है कि पुलिस वालों ने उनसे चालान 1000 रुपये मांगे। पूछा क्यों तो कहा आपके पास गाडी की आरसी नहीं है, ड्राइविंग लाईसेन्स नहीं है।
पार्षद ने कहा कि वे ये सब अपने घर से मंगा लेंगे तब भी पुलिस नहीं मानी और मुझपर शराब पीकर गाडी चालने का मामला दर्ज करने का प्रयास किया। पार्षद शर्मा के अनुसार उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने जीवन में कभी शराब नहीं पी, यह जानकारी थानेदार को देने के बावजूद पुलिस वालों ने उनके मुहं में पाइप डालकर शराब की मांत्रा की जांच का प्रयास किया।
पार्षद के अनुसार पुलिसकर्मी रोजाना गाडे वालों से फल सब्जी वालो से बंधी वसूलते हैं, बगैर रुपये दिये फल सब्जी घर ले जाते हैं, उन्हें कोई रोकने वाला नहीं। शर्मा का दावा करते है कि यदि शराब की मात्रा की जांच ड़यूटी कर रहे पुलिस वालों की ही करवाई जाए तो अधिकांश पुलिस वाले शराब पिये हुए मिल जाएंगे।
पार्षद के अनुसार पुलिस कर्मी जब जनप्रतिनिधि से भी अभद्र व्यवहार करते हैं तो बाकी लोगों के साथ क्या सलूक करते हेांगे ये साफ हो गया है।
बीएसएनएल की सेवायें गडबडाई
बीकानेर (समाचार सेवा)। शहर में बीएसएनएल फोन, मोबाईल फोन तथा इंटरनेट कनेक्शन कब अचानक ठप हो जाएंगे ये कोई कह नहीं सकता।
अनेक लोग बीएएसएनएल की व्यवस्थायें ठप होने पर विभाग को फोन लगाते हैं तो वहां फोन उठाने वाला कोई नही होता है। यदि कस्टमर बीएसएनएल कार्यालय पहुंच जाए तो भी उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं होता है। कोई मिलता है तो वो यही जवाब देता है कि समस्या चंडीगढ से है।
वहां से जैसे ही ठीक होगी बीएसएनएल की व्यवस्थायें सुचारू हो जाएंगी। परेशान लोग दूसरी टेलीफोन कंपनियों की ओर मुड जाते हैं।
गडबडाई शहर की सफाई व्यवस्था
बीकानेर (समाचार सेवा)। बीकानेर में सफाई व्यवस्था गडबडाई हुई हे। अनेक लोगों व संगठनों ने नगर
निगम को ज्ञापन भेजकर सफाई व्यवस्था सुचारू करने की मांग की मगर व्यवस्था सुचारू नहीं हो सकी। कहीं विवाह स्थलों के बाहर गंदगी को हटाने की व्यवस्था नहीं है तो कहीं नालों को सफाई करने की सुचारू व्यवस्था को लेकर बार बार आग्रह करने के बावजूद नाले गंदगी से अटे पडे हैं।
सडकों के गडढे तो और भी हालात खराब करने वाले हैं। आवारा पशुओं व सडक के गडढों ने राहगीरों को कई बार चोटिल किया है। जिला प्रशासन किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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