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विजन 2030 की तैयारी में जुटा बीकानेर का महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय : कुलपति

Maharaja Ganga Singh University of Bikaner is preparing for Vision 2030 Vice Chancellor

विवि कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह के कार्यकाल का एक वर्ष पूर्ण

बीकानेर, (समाचार सेवा)। विजन 2030 की तैयारी में जुटा बीकानेर का महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय : कुलपति, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू)  बीकानेर का प्रशासन अब ‘विजन 2030’ की तैयारी में जुट गया है। विवि कुलपति प्रो. वी. के. सिंह ने बताया कि राजस्थान के राज्यपाल एवं विवि के कुलाधिपति कलराज मिश्र तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुशल एवं प्रशासनिक नेतृत्व में विश्वविद्यालय द्वारा ‘विजन 2030’ तैयार किया जा रहा है।

कुलपति ने बताया कि इस विजन 2030 में देश-विदेश के प्रख्यात शिक्षाविदें के सुझावों को अमलीजामा पहनाकर महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की आगामी यात्रा को कार्यबद्ध सुगमता से सुचारू रखने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. बिट्ठल बिस्सा ने बताया कि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर अनवरत शैक्षणिक विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह के कुलपति कार्यकाल की अवधि के एक वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर गुरुवार 29 जुलाई को विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कार्मिकों ने कुलपति को बधाई दी।

उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो. सिंह के प्रयासों से विश्वविद्यालय विभागों में स्मार्ट क्लास रूम, नवीन तकनीक से युक्त लेपटॉप, कम्प्यूटर आदि उपलब्ध कराये गए। इससे विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की जा सकेगी तथा विद्यार्थियों को राष्‍ट्रीय एवं अंतरराष्‍ट्रीय स्तर के शिक्षाविद् एवं शोध विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन व्याख्यान करवाया जा सकेगा। साथ ही विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा भी ऑनलाइन माध्यम से, सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम एवं अन्य विषयों के सम्बन्ध में समय-समय पर जानकारी प्रदान की जा सकेगी।

कोविड महामारी की परिस्थितियों में शिक्षाविदें एवं विद्यार्थियों के शैक्षणिक जुड़ाव हेतु समय-समय राष्‍ट्रीय एवं अंतर राष्‍ट्रीय स्तर पर वेबिनार आयोजित की जा रही है।

एक वर्षीय कार्यकाल में कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में नवीन राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को प्रभावी रूप से क्रियान्वित कराने के लिए माईक्रो टॉस्क फोर्स का ऑनलाइन लेक्चर सीरीज, समन्वयकों से संवाद, नवीन राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति के पहलुओं की जानकारी हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने हेतु देश-विदेश के शिक्षाविदें से सुझाव संकलित कर सकारात्मक रूप से लागू कर रहा है।

कुलपति के प्रयासों से राजस्थान सरकार द्वारा विश्वविद्यालय में नवीन विभाग यथा विधि, भूगोल, वाणिज्य एवं प्रबन्धन तथा फाईन आर्ट््स (ड्राईग एण्ड पेन्टिंग) की स्वीकृति प्रदान करने के उपरान्न्त सत्र 2020-21 से पांच वर्षीय बी.ए. एल एल. बी. इन्टीग्रेटेड पाठ्यक्रम, भूगोल, वाणिज्य एवं प्रबन्धन तथा फाईन आर्ट्स (ड्राईग एण्ड पेन्टिंग)  प्रारंभ किये गए।

साथ ही विश्वविद्यालय में सीमित संसाधन, अत्यल्प संख्या में कार्यरत स्टॉफ, दूरस्थ रेगिस्तानी भू-भाग के लगभग 400 कि.मी. की दूरी तक स्थापित 160 परीक्षा केन्द्रों से उत्तरपुस्तिकाएं एकत्र कर उनका मूल्याकंन करवाने की कठिन चुनौती के बावजूद भी राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोविड-19 के दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित कराते हुए 28 अक्टूबर 2020 तक अंतिम वर्षो की 66 कक्षाओं की परीक्षा आयोजित कर 30 नवम्बर 2020 तक समस्त परिणाम जारी कर दिये हैं।

26 दिसम्बर 2020 को विश्वविद्यालय द्वारा पंचम दीक्षान्त समारोह आयोजित कर परीक्षा वर्ष 2018 की 97806 उपाधि, 01 कुलपति पदक, 50 स्वर्ण पदक, 72 विद्या-वाचस्पति उपाधि प्रदान की गई। दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं उच्च शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार भंवरसिंह भाटी उपस्थित हुए।

कुलपति के प्रयासों से प्रथम बार कुलपति पदक प्राप्त करने वाली छात्रा सुमन स्वामी को अंतर राष्‍ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘‘मानद कुलपति’’ बनाया गया। कुलपति के प्रयासों से विश्वविद्यालय परिसर में अत्याधुनिक सुविधायुक्त 12.00 करोड़ की लागत से विधि भवन एवं सामाजिक विज्ञान भावन निर्मित करवाये गए।

उक्त दोनों भवनों का लोकार्पण गत वर्ष 4 दिसंबर को राज्यपाल कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री, अशोक गहलोत द्वारा किया गया। इस अवसर पर ऊर्जा एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी उपस्थित रहे।

इसके अतिरिक्त बीकानेर क्षेत्र में साइकिलिंग ट्रैक की वर्षों से लम्बित एवं बहु-प्रतीक्षित मांग को पूरा करते हुए महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर परिसर में साइकिलिंग वेलोड्रम का निर्माण करवाया जा रहा है। इसका शुभारंभ गत माह 23 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किया गया। विश्वविद्यालय में बनने वाला साइकिलिंग वेलोड्रम ओलम्पिक खेलों के स्तर का होगा।

उक्त वेलोड्रम के निर्माण होने पर खिलाड़ी अन्तर राष्‍ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर सकने की राह पर अग्रसर होंगे।  कुलपति के ही प्रयासों से यह विश्वविद्यालय  पेपरलेस की ओर अग्रसर है। सी.यू.एम.एस. योजना के अन्तर्गत विश्वविद्यालय के समस्त कार्यालयी कार्यों को आॅनलाइन सम्पादित करवाने की योजना तैयार करवाई जा रही है।

इससे दूरस्थ क्षेत्रों में निवास करने वाले विद्यार्थी भी समस्त जानकारी अपने घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे तथा विद्यार्थियों की समस्त समस्याओं का निराकरण घर बैठे ही हो सकेगा। साथ ही ‘‘सौर ऊर्जा प्लान्ट की स्थापना’’, ‘‘रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर’, ‘पाठ्यक्रम अद्यतन’, च्वाँइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम, ऑन स्क्रीन मार्किग आधारित उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्याकंन,

राष्‍ट्रीय एवं अन्तर राष्‍ट्रीय संस्थाओं के साथ मेमोरेण्डम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एम.ओ.यू.), संविधान वाटिका, विश्वविद्यालय पार्क, विशिष्ट नवाचार, विश्वविद्यालय द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व, विश्वविद्यालय में सेन्टर आॅफ एक्सीलेन्स की स्थापना’’ की क्रियान्विति सुनिश्चित की जा रही है।

कुलपति के प्रयासों से सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के अन्तर्गत विश्वविद्यालय द्वारा अपने स्रोत से अर्जित आय से 1.00 करोड रूपये की लागत से राजकीय चिकित्सालयों में 100 आॅक्सीजन कंसन्‍ट्रेटर एवं सिलेण्डर उपलब्ध कराये गए।

साथ ही कोरोना अवधि में विवि के सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं विद्यार्थियों से ऑनलाइन संवाद स्थापित कर उनकी एवं परिवार की कुशलक्षेम, ऑनलाइन अध्ययन, पाठ्यक्रम पूर्ण करने आदि की जानकारी प्राप्त की गईं जिससे उन्हें परिवार जैसा वातावरण महसूस हो सके।

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