बीकानेर समाचार बुधवार 09 फरवरी 2022
बीकानेर के पत्रकारों ने स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ पत्रकार स्व. अम्बालाल माथुर को दी श्रद्धांजलि
बीकानेर, (समाचारसेवा)। बीकानेर समाचार बुधवार 09 फरवरी 2022, स्वतंत्रता सेनानी व वरिष्ठ पत्रकार स्व. अम्बालाल माथुर की पुण्य तिथि पर बुधवार को सदर थाना के पास स्थित न्यूज हाउस में उनका स्मरण किया गया।
कार्यक्रम में बीकानेर के पत्रकारों ने कहा कि उन्होंने सदैव मूल्यपरक पत्रकारिता की। राजस्थान की रियासतों के एकीकरण में भी उनका काफी योगदान रहा, खासकर आबू-सिरोही को मिलाने में।
श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए स्व. माथुर के पुत्र वरिष्ठ पत्रकार अशोक माथुर ने कहा कि उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। उन्होंने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया।
सभी धर्म-पंथों का वे आदर करते और उन्हें साथ लेकर चलते। जर्नलिस्ट एसोसियेशन ऑफ राजस्थान (जार) के प्रदेश उपाध्यक्ष भवानी शंकर जोशी ने कहा कि अम्बालाल माथुर का व्यक्तित्व काफी विशाल था। उन्हें सिर्फ पत्रकारिता के क्षेत्र तक सीमित नहीं किया जा सकता।
उन्होंने अपने तत्कालीन साथियों के साथ मिलकर रियासतों के एकीकरण के लिए आंदोलन चलाया।
जार के जिलाध्यक्ष श्याम मारू ने कहा कि अम्बालाल माथुर की खासियत रही कि उन्होंने कभी वर्गभेद नहीं किया, हर वर्ग का उन्होंने सहयोग किया। यदि आज हम संकल्प लें कि हर धर्म, सम्प्रदाय, जाति का सहयोग करेंगे, यही उनको सच्ची श्रदंजलि होगी।
जार के संभागीय सचिव नीरज जोशी ने कहा कि हमें विरासत सहेजनी होगी। जिन लोगों ने पत्रकारिता में अच्छा काम किया, उन्हें याद कर भावी पीढ़ी को उनके पदचिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित करना होगा।
बीकानेर प्रेस क्लब के अध्यक्ष जयनारायण बिस्सा ने कहा कि उन्होंने जिस समाचार पत्र की स्थापना की, आज वह पत्रकारिता की स्कूल बन चुका है और मेरे जैसे कई युवा यहां सीखकर आगे बढ़ रहे हैं।
कार्यक्रम में बीकानेर प्रेस क्लब के महासचिव पत्रकार विक्रम जागरवाल, पत्रकार मुकेश पूनिया, श्रीमती उषा जोशी, रमजान मुगल, कमलकांत शर्मा, मोहन थानवी, जितेन्द्र व्यास,
अंकिता माथुर, शिव भादाणी, कुशाल सिंह मेड़तिया, द्वारकाप्रसाद सोनी आदि ने पुष्पांजलि अर्पितकर अपने विचार व्यक्त किए।
इंदिरा गांधी नहर में 21 मार्च से 19 अप्रैल तक आंशिक, 20 अप्रैल से 19 मई तक पूर्ण नहरबंदी
बीकानेर, (समाचारसेवा)। इंदिरा गांधी नहर विभाग द्वारा 21 मार्च से 19 अप्रैल तक इंदिरा नहर में आंशिक नहरबंदी प्रस्तावित की गई है। इस दौरान जलदाय विभाग को पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा।
वहीं 20 अप्रैल से 19 मई तक पूर्ण नहरबंदी प्रस्तावित की गई है। जिसका अनुमोदन उच्च स्तर पर किया जाएगा।
यह जानकारी जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता (रेगुलेशन) प्रदीप रस्तोगी ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में इंदिरा गांधी नहर परियोजना की प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान जिले में पेयजल व्यवस्था की तैयारी बैठक में दी।
उन्होंने बताया कि नहर बंदी के दौरान पानी की चोरी रोकने के लिए पेट्रोलिंग की प्रभावी व्यवस्था की जा रही है।
बैठक में कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान शहरी क्षेत्रों में पेयजल उपलब्धता के आधार वितरण की वैकल्पिक व्यवस्था जलदाय विभाग द्वारा की जाएगी।
इसी तरह नहरी तंत्र पर निर्भर ग्राम पंचायतों में संबंधित ग्राम विकास अधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। इसके पर्यवेक्षण में संबंधित पटवारी और बीट कांसटेबल साथ रहेंगे तथा पंचायत समिति के विकास अधिकारी समय-समय पर इसका फीडबैक लेंगे।
जलदाय विभाग द्वारा विशेष आवश्यकता की पूर्ति के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की निजी डिग्गियों का चिन्हीकरण भी पेयजल आपूर्ति के मद्देनजर भरवाने के लिए किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान पेयजल उपलब्धता को लेकर आमजन को किसी भी तरह की परेशानी ना हो।
नहरबंदी से पूर्व जिले के समस्त पर जल भंडारण स्त्रोत भर लिए जाएं तथा उपलब्धता के आधार पर अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को पेयजल उपलब्ध करवाया जाए।
ग्रामीण क्षेत्रों के उच्च जलाशय, सेनेट्री डिग्गियां सहित प्रत्येक स्त्रोत में पेयजल भंडारण सुनिश्चित किया जाए। जल भंडारण स्त्रोत तथा पेयजल वितरण व्यवस्था की प्रभावी मॉनिटरिंग हो तथा पानी चोरी करने के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।
बैठक में एडीएम सिटी अरुण प्रकाश शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक अरविंद, आजीएनपी के अधीक्षण अभियंता विवेक गोयल, हरीश छतवानी तथा ललित शर्मा, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता बलवीर सिंह, विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता लाभसिंह मान, बीकेईएसएल के अर्पण दत्ता सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
पुष्करणा सामुहिक विवाह समारोह की तैयारियां जोरों पर, विद्यार्थी सभा भवन में अस्थाई चिकित्सा केन्द्र शुरू
बीकानेर, (समाचारसेवा)। पुष्करणा ब्राह्मण समाज के सामूहिक सावे के मद्देनजर बारहगुवाड़ स्थित विद्यार्थी सभ भवन में अस्थाई चिकित्सा केन्द्र स्थापित किया गया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉ. राहुल हर्ष ने बुधवार को इसका उद्घाटन किया।
परशुराम सेवा समिति के अध्यक्ष नवरतन व्यास ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल व्यास और डॉ. विजय शंकर बोहरा सहित फार्मासिस्ट, डीडीसी हैल्पर, एएनएम, लैब हैल्पर आदि की ड्यूटी इस अस्थाई चिकित्सा केन्द्र में लगाई गई है।
वहीं आयुर्वेद विभाग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधांशु व्यास को इसके लिए नियुक्त किया गया है। इस दौरान सभी आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था की गई है। यह चिकित्सा केन्द्र 19 फरवरी तक प्रतिदिन प्रात: 10 से सायं 6 बजे तक कार्यरत रहेगा।
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान किशन ओझा, श्रीलाल व्यास, कैलाश पुरोहित, विश्वम्भर व्यास, अनिल व्यास, मुन्ना भादाणी, मनमोहन कल्ला, पार्षद दुर्गा दास छंगाणी, शिवकुमार व्यास तथा नथमल व्यास सहित समिति के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
पशुओं से अधिक उत्पादन पाने के लिये पशुबाड़ो को चिचंड मुक्त रखना जरूरी : प्रो. सुरेन्द्र गुप्ता
बीकानेर, (समाचारसेवा)। शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जम्मू के निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. सुरेन्द्र कुमार गुप्ता ने कहा कि पशुपालक अपने पशुबाड़ो को चिचंड (टिक्स) मुक्त रखकर पशुओं से अधिक उत्पादन लेकर आर्थिक मुनाफा पा सकते है।
प्रो गुप्ता बुधवार को वेटरनरी विश्वविद्यालय बीकानेर के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा पशुओं में चिंचड़ (टिक्स) की समस्या और समाधान विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय ई-पशुपालक चौपाल को आमंत्रित विशेषज्ञ के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा चिंचड़ की रोकथाम हेतु पशुपालकों को नियमित पशु बाड़ो की साफ-सफाई रखनी चाहिए, पशु बाडे की दीवारो एवं फर्श में दरारो को बन्द करना चाहिए, पशुओं को सप्ताह में एक वार नहलाना चाहिए।
चिचड़ का प्रकोप अधिक होने की स्थिति में पशुचिकित्सक की सहायता से पशुओं के शरीर पर चिंचड़ नाशक दवाई का स्प्रे करवाना चाहिए एवं पशुरोग का उपयुक्त ईलाज करवाना चाहिए।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि पशुओं के शरीर पर बुबेलिस, हाइरलोमा आदि विभिन्न प्रजाति के भूरे एवं मटमेले रंग के छोटे-छोटे चिंचड प्राय पीछे वाले पैरों पर, थनों पर, पूछे के पीछे एवं गर्दन वाले क्षैत्र में चिपके मिलते है। जहां एक तरफ ये चिंचड़ पशु के शरीर से रक्त चुसते है।
वही दूसरी तरफ अपनी लार में पाये जाने वाले कीटाणुओं को पशुओं के शरीर में छोड़ते है। इससे पशु बबेसियोसिस, थाईलेरियोसिस जैसी बीमारियों से ग्रसित हो जाते है। इन बीमारियों से ग्रस्त पशुओं में तेज बुखार, कमजोरी, खुन की कमी आदि लक्षण नजर आते है।
पशुओं के उत्पादन स्तर में गिरावट आ जाती है। वेटरनरी विश्वविद्यालय बीकानेर के निदेशक प्रसार शिक्षा प्रो. राजेश कुमार धूड़िया ने कहा कि उन्नत उत्पादन हेतु पशुओं को तनाव मुक्त रखना चाहिए। बाह्य परजीवियों जैसे मक्खी, मच्छर, चिंचड़ आदि के प्रकोप को कम करके भी पशुओं को बीमार होने से बचा सकते है।
बीकानेर में रोज एवं गार्डन प्रतियोगिता प्रदर्शनी 19 को, विजेताओं को मिलेंगे नकद पुरस्कार
बीकानेर, (समाचारसेवा)। रोज एवं गार्डन प्रतियोगिता 19 फरवरी को शार्दूल क्लब लॉन में आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता की विभिन्न श्रेणियों के विजेताओं को नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने बताया कि व्यक्तिगत एवं सरकारी आवास गार्डन श्रेणी तथा इंस्टिट्यूशनल, फैक्ट्री, राजकीय तथा केंद्र सरकार के कार्यालय के गार्डन श्रेणी में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमश: इक्यावन सौ, इक्कीस सौ
तथा ग्यारह सौ रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे। व्यक्तिगत एवं सरकारी आवास गार्डन न्यूनतम 300 वर्ग फिट तथा संस्थागत गार्डन न्यूनतम पांच हजार वर्ग फिट के होने जरूरी होंगे।
डॉ. नीरज के. पवन ने बताया कि गुलाब के पुष्पों की प्रतियोगिता, फूलदान में गुलाब के पुष्पों की सजावट प्रतियोगिता, बोनसाई प्रतियोगिता तथा इनडोर प्लांट प्रतियोगिता के प्रथम तीन विजेताओं को क्रमश: ग्यारह सौ, पांच सौ और ढाई सौ रुपये पुरस्कार स्वरूप दिए जाएंगे।
सभी छह श्रेणियों में आवेदन 14 फरवरी तक किए जा सकेंगे। आवेदन पत्र जिले की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट बीकानेर डॉट राजस्थान डॉट जीओवी डॉट इन पर उपलब्ध हं। भरे हुए आवेदन व्हाट्सएप नंबर 0151-2202158 पर अपलोड करने होंगे।
प्रतियोगिता की पहली दो श्रेणियों में निर्णायक समिति द्वारा गार्डन का निरीक्षण किया जाएगा तथा अन्य चार श्रेणी की प्रतियोगिताएं शार्दूल क्लब मैदान में होंगी। प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रात: 10:30 बजे होगा। दोपहर 3 बजे तक आमजन भी इसका अवलोकन कर सकेंगे।
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