बीकानेर (samacharseva.in)। बीकानेर जिला उद्योग संघ बीकानेर ने केन्द्री य वित्त मंत्री को पत्र भेजकर देश में सर्वाधिक रोजगार देने वाली लघु एवं मध्यम उद्यम इकाईयों (एमएसएमई) को आगामी बजट में राहत प्रदान करने की मांग की है।
जिला उद्योग संघ से जुडे उद्यमियों व व्यापारियों का मानना है कि देश में नोटबंदी, जीएसटी, बाद में जीएसटी क़ानून में बार बार संसोधन, रियल स्टेट व ऑटोमोबाइल में गिरावट से लाखों लोग बेरोजगार हो गए । उत्पादन तथा खपत में निरंतर गिरावट हुई है। अर्थव्यवस्था व जीडीपी में निरंतर गिरावट दर्ज हो चुकी है। ऐसे में देशभर में एमएसएमई इकाइयां ही सर्वाधिक रोजगार प्रदान कर रही है। एसे में एमएसएमई इकाइयों को शीघ्र रियायतें दी जानी चाहिये ताकि रोजगार के अवसर बढ़ सके।
इसके लिए केंद्र सरकार को आगामी बजट में नई एमएसएमई इकाइयों के साथ पुरानी इकाइयों को राहत देने के लिए विशेष प्रयास करने चाहिए ताकि इन पुरानी इकाइयों के अस्तित्व को बचाया जा सके। संघ से जुडे उद्यमियों व व्यानपारियों के अनुसार केन्द सरकार के विभिन्न आर्थिक निर्णयों से देश के उद्योग-धंधों को काफी नुकसान हुआ है। राजस्थान एवं बीकानेर की इन्सुलेटर, पीओपी, ग्वार गम व उन उद्योग की एमएसएमई इकाइयों पर भी केन्द्रस सरकार के निर्णयों का विपरीत असर पड़ा है।
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया व सचिव विनोद गोयल के अनुसार सभी उद्योग मंदी की मार झेल रहे हैं। आज एमएसएमई सेक्टर को बड़े पैमाने पर राहत देकर ही अर्थव्यवस्था सुधार लाया जा सकता है। संघ ने इस संबंध में बीकानेर के सांसद व केन्द्री य राज्यस मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को भी पत्र लिखा है।