रोनू मजूमदार के बांसुरी वादन पर मंत्रमुग्ध हुए श्रोता
उषा जोशी,
बीकानेर, (समाचार सेवा)। रोनू मजूमदार के बांसुरी वादन पर मंत्रमुग्ध हुए श्रोता, अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बांसुरी वादक रोनू मजुमदार के बुधवार को बीकानेर में हुए बांसुरी वादन कार्यक्रम में श्रोता मजूमदार की बांसुरी की तान सुनकर मंत्रमुग्ध हो गए। स्पिक मैके बीकानेर अध्याय की ओर से विरासत श्रृंखला-2019 के तहत स्थानीय पिंक मॉडल सी. सै. स्कूल सभागार में आयोजित समारोह में रोनू मजूमदार ने कार्यक्रम का शुभारंभ बच्चों के साथ सरगम गाकर किया।
उन्होंने अपनी बांसुरी की तान से श्रोताओं और छात्राओं के साथ संवाद स्थापित किया। बांसुरी वादक मजूमदार ने राग मिया मल्हार से बांसुरी वादन की शुरूआत की जिसमें आलाप, जोड़, तान फिर गत शुरू की। जिसको गाकर भी सुनाया कारे बदरिया घिर घिर आये उसके बाद सुरदासी मलहार, गिर आये बेरी बदरवा भी गाकर सुनाया और इसी क्रम में बिस्मिल्लाह खां साहब की बनारस की कजरी भी सुनाई।
दूसरे चरण में राग मांड पर अलग-अलग बदी से प्रस्तुत की और मांड का अलग-अलग जगह कैसा-कैसा स्वर लगाव है। उसको गाकर मांड में केसरिया बालम भी सुनाया। इनके साथ बनारस घटाने के किशन महाराज के शिष्य अजित पाठक ने बहुत ही प्रभावी संगत की एवं इनके शिष्य कल्पेश ने बांसुरी पर सहयोग किया। इससे पूर्व स्कूली छात्राओं ने कलाकारों का तिलक लगाया। अतिथियों ने कलाकारों का राजस्थानी आन बान शान के प्रतीक साफा पहनाकर शाल ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
राजकीय महाविद्यालय कोलायत के प्राचार्य शिशिर शर्मा एवं विष्णु प्रसाद व्यास ने कलाकारों को शाल पहनाकर स्मृति चिह्न दिये। कार्यक्रम में एसीबी के एएसपी रजनीश पुनिया, डीवाईएसपी शिवरतन गोदारा, स्कूल प्राचार्य राजीव व्यास, पिंक मॉडल बी. एड़. कॉलेज की प्राचार्या जयश्री शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। स्पीक मैके के स्थानीय संयोजक दामोदर तंवर ने आभार जताया।
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