राज्य सरकार गोपालक से गोबर गोमूत्र खरीदकर बनाये वर्मी कंपोस्ट : किराड़ू
धरना, प्रदर्शन व सम्मेलन किए जाने की भी दी चेतावनी
मुख्यमंत्री से की वर्मी कंपोस्ट इत्यादि तैयार करने की नीति बनाने की मांग
बीकानेर, (समाचार सेवा)। राज्य सरकार गोपालक से गोबर गोमूत्र खरीदकर बनाये वर्मी कंपोस्ट : किराड़ू,कांग्रेसी नेता व राष्ट्रीय गौ समृद्धि सम्मेलन के कार्यक्रम संयोजक राजकुमार किराडू ने कहा कि राज्य में सरकार द्वारा गो पालकों से गोबर व गो मूत्र खरीदकर उससे वर्मी कम्पोस्ट आदि बनाने की नीति बनाने की मांग की जाएगी, इसके लिये अहिंसा पूर्ण धरना, प्रदर्शन व सम्मेलन कराने की आवश्यकता होगी तो वो भी किए जाएंगे।
किराडू ने सोमवार को जिला उद्योग संघ के सभागार में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार द्वारा गोबर व गो मूत्र खरीदकर उससे वर्मी कम्पोस्ट आदि बनाने की इस नीति के लिए आम लोगों से संकल्प पत्र भरवाये जाएंगे। ये संकल्प पत्र शनिवार और रविवार को संभाग संयोजको की अगुवाई में पूरे प्रदेश स्तर पर भरवाए जाएंगे।राजस्थान गो सेवा परिषद बीकानेर व गांधी विद्या मंदिर सरदारशहर की ओर से आयोजित की गई इस पत्रकार वार्ता में किराडू ने कहा कि राजस्थान सरकार केवल नीति बनाकर गांव-गांव में गोबर गोमूत्र उत्पाद आधारित रोजगार के नए आयाम स्थापित कर सकती है।
10 प्रतिशत राशि गोचर, गोशाला विकास व गो संवर्द्धन के लिए निर्धारित करे
उन्होंने बताया कि गांधी विद्या मंदिर सरदारशहर के एक विश्लेषण के अनुसार प्रत्येक ग्राम पंचायत अपने कुल वार्षिक बजट की 10 प्रतिशत राशि गोचर, गोशाला विकास व गो संवर्द्धन के लिए निर्धारित करे और जन सहयोग मिले तो अच्छा काम हो सकता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान गो सेवा परिषद गोपालक को गोबर-गोमूत्र से क्रमश खाद व कीट नियंत्रक बनाने तथा ऊर्जा के सतत स्त्रोत गोबर गोमूत्र से ही गोपालन को आर्थिक रूप से फायदे का धंधा बनाने की दिशा में कार्यरत है।इससे गोपालक को गोबर- गोमूत्र का मूल्य मिलने लगा है। सरकार नीतिगत निर्णय कर ग्रामीण गो आधारित विकास के नए आयाम स्थापित कर सकती हैं। प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय गौ समृद्धि सम्मेलन बीकानेर संभाग के संयोजक शिवशंकर बिस्सा, हनुमानगढ़ के संयोजक प्रेम कम्बोज ने अपनी बात रखी।
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