पुष्करणा समाज की 196 प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
बीकानेर। स्थानीय किराडुओं की बगीची में रविवार को हुए भव्य तेजस्वी समारोह में पुष्करणा समाज की 196 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।
पुष्करणा वेलफेयर बोर्ड की ओर से आयोजित इस समारोह में दसवीं के 87 परीक्षार्थि, बारहवीं के 79 परिक्षार्थी, राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा मे 18 तथा राष्ट्रीय स्तर खेलों 12 विजेताओं को सम्मानित किया गया।
अतिथियों ने प्रतिभाओं को तेजस्वी पुरस्कार तथा स्वास्थ्य की सीडी देकर सम्मानित किया। पुष्करणा वेलफेयर बोर्ड संस्था द्वारा आयोजित दसवीं परीक्षा की टेस्ट सिरीज के प्रथम 6 विजेताओं को 14 हजार रूपये की नकद छात्रवृत्तियां देकर सम्मानित किया गया।
समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. श्रीलाल मोहता ने स्वस्थ्य प्रतियोगिता और जीवन आनन्द के विचार श्रोताओं के बीच साझा किये। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. एसपी पुरोहित ने प्रतिभावान बच्चों को बड़ी परीक्षाओं के लिये एकाग्रचित होकर तैयारियों के बारे मे बताया।
विशिष्ट अतिथि रामजी व्यास ने समय प्रबन्धन को महत्व दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ. अनिला पुरोहित ने कैरियर बनाने की आधारभूत जानकारी दी। डॉ. राजकुमार कल्ला ने संस्था का परिचय व अब तक के कार्यो को अतिथियों को अवगत करवाया।
कार्यक्रम मे अतिथियों को संस्था के अध्यक्ष आनन्द आचार्य, सचिव शिवशंकर व्यास, उपाध्यक्ष महेश पुरोहित, उमेश थानवी, डॉ. सुधांशु व्यास, सुनील व्यास, सुरेश पुरोहित, जयशंकर व्यास, हरीश व्यास, सीए दीपक व्यास, अभय व्यास, राजीव पुरोहित, पूनित हर्ष, हरिशंकर आचार्य ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
समारोह के दौरान अरूण ऋषि राजस्थानी साफा व मोतियों की माला पहनाकर अभिनन्द किया गया। कार्यक्रम मे डॉ. विजयशंकर बोहरा, गोविन्द जोशी, सुरेशनारायण पुरोहित, मोहन किराडू, अधिवक्ता विजय हर्ष, डॉ. राजेन्द्र पुरोहित, बी.जी. बिस्सा शामिल हुए।
कार्यक्रम में अमित व्यास, अरूण प्रकाश गुप्ता, मनमोहन कल्याणी, त्रिलोक नारायण पुरोहित, हेमंत रंगा, पुनित किराडू, खुशालचंद व्यास, हरीश व्यास, मनीष कालरा, सीएस गिरिराज जोशी पुष्करणा महिला मंडल की अध्यक्ष अर्चना थानवी, रेखा आचार्य , एड. ममता कल्ला, धर्मवीर पुरोहित भी शामिल हुए।
निरोगी काया के लिये अपनायें 9 सूत्रीय नियम
बीकानेर। उज्जैन निवासी अरुण ऋषि ‘स्वर्गीय’ राजस्थानी ने कहा कि पहला सुख निरोगी काया होता है और इस सुख से हम कई अन्य सुखों को प्राप्त कर सकते है।
ऋषि रविवार को किराडुओं की बगीची में पुष्करणा समाज की प्रतिभाओं के तेजस्वी सम्मान समारेाह को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निरोगी काया के लिये हमे 9 सुत्री नियमों मे चलने की आवश्यकता है।
इससे आपको बगैर चश्मे के, घुटने के दर्द, पेट की बीमारियां, सुन्दरता और बृद्धि विकास के लिये की स्वस्थ्य जिन्दगी मिल सकें। बैठते, उठने, खाने पीने के निश्चित पोश्चर, एक वक्त का खाना और 15 सैकेण्ड की ताली आपको बगैर कोई उत्पाद खरीदें ही बेहतरीन कैरियर की ओर ले जा सकेगें।
देश के सांसदो, विधायकों, सेना-पुलिस अधिकारियों, शीर्ष कार्पोरेट घरानों को ट्रैनिंग दे चुके अरूण ऋषि ने मल्टीनेशनल कम्पनियों के विभिन्न उत्पादों के मकड़जाल से निकलकर विभिन्न पारंपरिक पद्धतियों के घरेलु नुस्खों से अवगत करवाया वहीं विभिन्न वेद पुराणों से उठे श्लोकों के माध्यम से उठने, बैठने, खाने-पीने के विभिन्न आयामों को रोचक तथ्यों को बड़े ही मनोरंजक तथ्यों से अवगत करवाया।
कार्यक्रम के दौरान ही श्रोताओं से 15 सैकण्ड की रिद्मिक तालि बजाकर प्रांगण को गुंजायमान भी करवाया।
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