युवा अपनी संकल्प शक्ति, कर्मशील आचरण व परिश्रम से विश्व में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाये : ओम बिरला
बीकानेर, (samacharseva.in)। युवा अपनी संकल्प शक्ति, कर्मशील आचरण व परिश्रम से विश्व में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाये : ओम बिरला, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने युवाओं से आव्हान किया है कि युवा अपनी संकल्प शक्ति, कर्मशील आचरण व परिश्रम के बल पर अपनी प्रतिभा का लोहा विश्व में मनवाये। श्री बिरला शनिवार को महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के पंचम दीक्षान्त समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
ऑनलाइन माध्यम से हुए इस समारोह में उन्होंने युवाओं से कहा कि वे अपनी प्रतिभा के आधार पर भारत के संकल्पो को साकार करते हुए भारतवर्ष का नाम रोशन करे। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि किसी राष्ट्र की प्रगति उसके अध्यापकों की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। बिरला ने बीकानेर के महाराजा गंगासिंह द्वारा बीकानेर में कराये गए विकास कार्यों को भी बताया। समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति एवं राज्यपाल राजस्थान कलराज मिश्र ने की।कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों की जहाँ अपने विद्यार्थियों को सार्थक और जीवनोपयोगी शिक्षा देने की जिम्मेदारी है, वहीं विद्यार्थियों का भी यह दायित्व है कि वे समाज एवं राष्ट्र के उन्नयन हेतु कार्य करें।
पाठ्यक्रमों एवं सेन्टर्स की गतिविधियों की जानकारी प्रदान की
विवि की सहायक आचार्य इतिहास डॉ. मेघना शर्मा ने दीक्षान्त समारोह में उपस्थित अतिथियों से परिचय कराया एवं विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों एवं सेन्टर्स की गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। इससे पूर्व दीक्षान्त समारोह का प्रारम्भ शोभायात्रा से हुआ जिसमें कुलसचिव, विद्या परिषद् एवं प्रबन्ध बोर्ड के सदस्यगण, संकायाध्यक्ष एवं कुलपति सम्मिलित हुए।समारोह में परीक्षा वर्ष 2018 के अंतिम वर्षो में उत्तीर्ण 97806 अभ्यर्थियों को उपाधि प्रदान की गई तथा प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 50 स्वर्ण पदक एवं सामाजिक विज्ञान संकाय में सर्वोत्तम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को कुलपति पदक प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त स्रातक वाणिज्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी सुश्री मोनिका जिन्दल को आई.सी.एस.आई. अवार्ड प्रदान किया गया।साथ ही 01 जनवरी, 2018 से 31 दिसम्बर, 2018 की अवधि में शोध कार्य सम्पन्न कर चुके 72 अभ्यर्थियों को विद्यावाचस्पति की उपाधि प्रदान की जाएगी।