दहेज के लिये प्रताड़ित किया, पति सहित चार पर मामला दर्ज
बीकानेर, (समाचार सेवा)। दहेज के लिये प्रताड़ित किया, पति सहित चार पर मामला दर्ज, महिला थाना पुलिस ने दहेज प्रताड़ना के आरोप में उत्तर प्रदेश निवासी चार लोगों के खिलाफ ममला दर्ज किया है।
बीकानेर में पवनपुरी इलाके में बल्लभ गार्ड क्षेत्र निवासी 40 वर्षीय अमनदीप कौर पुत्री सतनाम सिंह ने बुधवार शाम को दर्ज मामले में पुलिस को बताया कि उसके पति यूपी में लखनउ निवासी रतनदीप सिंह सहित अमरजीत कौर, गाजियाबाद निवासी ननद लीना, सुरेन्द्र पाल सिंह ने उसे दहेज की मांग को लेकर तंग परेशान किया।
प्रताड़ना दी तथा उसका स्त्रीधन भी हड़प लिया। मामले की जांच थानाधिकारी सुरेन्द्र कुमार दवारा की जा रही है।
लापरवाही से वाहन चलाकर दुर्घटना करने पर अज्ञात सफेद पिकअप के चालक पर मामला दर्ज
बीकानेर, (समाचार सेवा)। नयाशहर थाना पुलिस ने गजनेर रोड पर राम मंदिर पार्क के पास लापरवाही से वाहन चलाकर दूसरे वाहन को टक्कर मारने व वाहन चालक को चोट पहुंचाने के आरोप में अज्ञात सफद रंग की पिकअप के चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बीकानेर के बंगलानगर क्षेत्र में शिव शक्ति गैस गोदाम के पीछे के निवासी 38 वर्षीय लक्ष्मण सिंह राजपूत पुत्र सोहन सिंह ने बुधवार शाम को दर्ज मामले में पुलिस को बताया कि वह अपने भाई सुमेर सिंह के साथ इस माह शुक्रवार 9 अप्रैल की रात को साढे नौ बजे राम मंदिर के पास रोड के किनारे खडे थे।
उसी दौरान एक अज्ञात सफेद रंग की पिकअप के चालक ने उनके वाहन को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में उसके भाई सुमेर सिंह को चोट लग गई। मामले की जांच हैड कांस्टेबल राजेश कुमार को सौंपी गई है।
व्यापारियों की मांग दिन में सात घंटे खुले बाजार
बीकानेर, (समाचार सेवा)। विभिन्न व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधि मंडल ने गुरुवार को कलक्टर से मिलकर बाजार व दुकानें खोलने की अनुमति देने की मांग की।
जन प्रतिनिधि मोहन सुराणा के नेतृत्व में बीकानेर रेडीमेड होजरी एसोसिएशन के शांतिलाल कोचर, मालचंद बेगानी, संजय कुमार सांड, एवम थोक वस्त्र व्यवसायी संघ से हरीश नाहटा, संजीव अरोड़ा , खजांची मार्केट व्यापार एसोसिएशन से नरेंद्र गहलोत, मोहता चौक वस्त्र व्यवसायी एसोसिएशन के घनश्याम लखानी एवम बीकानेर के प्रमुख व्यापारी कलक्टर से मिलने गए प्रतिनिधि मंडल में शामिल रहे।
इन प्रतिनिधियों ने जन अनुशासन पखवाड़ा के तहत राज्य सरकार द्वारा मार्केट व दुकानें खोलने की निषेधाज्ञा के कारण व्यापार जगत को होने वाले नुकसान से अवगत कराया गया। शादी विवाह के समय मे राज्य सरकार के द्वारा बिना समय दिए अचानक बाजार बंद होने से आमजन को होने वाली परेशानी के लिए व्यापारियों ने विरोध प्रकट किया।
व्यापारिक प्रतिनिधियों ने सुबह 10 बजे से 5 बजे तक बाजार खोलने की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की और विश्वास दिलाया कि कोविड के संक्रमण न फैले इसके लिए प्रशासन द्वारा जारी गाइड लाइन का उल्लंघन व अवहेलना नहीं कि जाएगी एवम आदेशानुसार पालन करने के लिए सभी व्यापारिक संगठन प्रतिबद्ध रहेंगे।
राम लोक में सर्वत्र व्याप्त है और राम भारतीय संस्कृति के प्रतीक
बीकानेर, (समाचार सेवा)। रामनवमी पर जांभाणी साहित्य अकादमी और हिंदी विभाग, राजकीय महाविद्यालय बावड़ी की ओर से ‘मध्यकालीन राम काव्य को जांभाणी साहित्यकारों की देन’ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेब-संगोष्ठी आयोजित की गई।
वेब-संगोष्ठी में दैनिक जागरण भोपाल के संपादक मदनमोहन गुप्त ने मुख्य अतिथि के रूप में अपनी बात में कहा कि श्री राम के चरित में शील, संयम और मर्यादा का श्रेष्ठ समन्वय होने के कारण संपूर्ण मानव समाज के लिए आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि राम लोक में सर्वत्र व्याप्त है और राम भारतीय संस्कृति के प्रतीक है।
राम सर्वकालिक एवं सर्वलोकिक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के पूर्व कुलपति महामहोपाध्याय प्रो. वेदप्रकाश आचार्य ने की। उन्होंने कहा कि रामकाव्य धारा की अविरल परंपरा के साथ जांभाणी रामकाव्य पर विचार विमर्श करते हुए जांभाणी रामकाव्य को हिंदी रामकाव्य धारा की अमूल्य धरोहर बताया।
डॉ. पुष्पा विश्नोई ने बताया कि राम आदि से आज तक भारतीय साहित्य में किसी न किसी रूप में विद्यमान हैं और सभी काल के कवियों-साहित्यकारों के आकर्षण के केंद्र रहे हैं। आशीर्वचन जांभाणी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद आचार्य ने दिया।
इससे पूर्व वेब संगोष्ठी का शुभारंभ स्वामी सच्चिदानंद शास्त्रीने जांभाणी साखी से किया। स्वागत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. संतोष कुमारी ने किया।
विशिष्ट अतिथि बृजेंद्र सिंघल, डॉ. रामस्वरूप, अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. बनवारीलाल सहू, महासचिव डॉ सुरेंद्र कुमार आदि ने भी अपना व्याख्यान दिया। तकनीकी समन्वय डॉ.लालचंद बिश्नोई रहे। अकादमी के प्रेस संयोजक पृथ्वी सिंह बेनीवाल ने बताया कि संगोष्ठी में नेपाल सहित देश से दो हजार से अधिक प्रोफेसर्स, शोधार्थियों व अन्य रामकाव्य प्रेमियों ने सहभागिता दर्ज की।
Share this content: