अब हर घर में होगी एक पोर्टेबल पौधशाला
राज्यसरकार की घर-घर औषधि योजना
बीकानेर, (समाचार सेवा)। अब हर घर में होगी एक पोर्टेबल पौधशाला, बीकानेर जिले के हर घर में अब एक पोर्टेबल पौधशाला होगी जिसमें रोग होने से पूर्व शरीर की इम्युनिटी बढ़ सकेगी। घर घर औषधि योजना से राज्य सरकार आयुर्वेद के माध्यम से निरोग रखने की अद्भुत योजना शुरू करने जा रही है जो रोग से पहले, रोग के दौरान और रोग होने के पश्चात भी कारगर होगी।
पीबीएम अस्पताल के आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनीश चौहान ने बताया कि घर घर औषधि योजना प्रारम्भ करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है जो प्रत्येक नागरिक में रोग से लड़ने की क्षमता पैदा करने की योजना पर काम कर रहा है।
उन्होंनें बताया कि तुलसी, कालमेघ, गिलोय एवम अश्वगंधा के दो दो पौधे यानी एक परिवार को कुल आठ मेडिसिनल पौधे निशुल्क वितरित किये जायेंगे ताकि हर घर में प्राथमिक चिकित्सा के तौर पर एवम इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद की उपस्थिति हो।
डॉ. चौहान ने बताया कि आयुर्वेद वह पद्धति है जिसमें प्रत्येक बीमारी से स्वस्थ हो सकने की व्यवस्था है लेकिन ज़न साधारण सामान्यतः एलोपैथी से त्वरित राहत पाने के लिए उधर का रुख करते हैं। उन्होंने बताया कि अश्वगंधा, पुनर्नवादि, तुलसी, गिलोय आदि ऐसी औषधि है जिनका सेवन करने से मानव शरीर बीमारियों से मुक्त हो जाता है।
डॉ. चौहान ने बताया कि किसी भी सूरत में आयुर्वेदिक औषधि योग्य चिकित्सक के परामर्श के बिना नहीं लेनी चाहिए यहां तक कि काढा भी चिकित्सक की देखरेख में तैयार करना चाहिए।
कोविड के लक्षणों एवम उन पर आयुर्वेदिक औषधियों के प्रभाव पर डॉ. अनीश चौहान ने बताया कि नियमित चिकित्सक के परामर्श से इन दवाओं का सेवन किया जाए तो बड़े पैमाने पर लाभ मिलता है।उन्होंने बताया कि बीकानेर शहर में दो दर्जन से अधिक आयुष चिकित्सालय हैं जहां आयुष की दवाएं भी उपलब्ध हैं, कभी कभी दवाएं खत्म हो जाती है लेकिन फिर आ जाती है।
उल्लेखनीय है कि घर घर औषधी योजना के सफल संचालन के लिए कलेक्टर के नेतृत्व में जिला स्तरीय व्यवस्था कायम की गई है। इसमें आयुर्वेद, कृषि एवम वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में घर घर पौधे दिए जाएंगे। जिले की वन विभाग की पौधशालाओं में तुलसी, अश्वगंधा, कालमेघ एवम गिलोय के पौधे लाखों की संख्या में तैयार किये गए हैं।
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