अब ये लोग मिलकर जानेंगे ऊंटनी के दूध की उपयोगिता
NEERAJ JOSHI, (समाचार सेवा) बीकानेर। अब ये लोग मिलकर जानेंगे ऊंटनी के दूध की उपयोगिता, ऊँटनी के दूध की मानव स्वास्थ्य में उपयोगिता को लेकर राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धांन केन्द्र (एनआरसीसी) बीकानेर एवं सुमनदीप विद्यापीठ गुजरात के मध्य एमओयू साइन किया गया है।
एनआरसीसी के निदेशक डॉ. साहू ने कहा कि एमओयू के तहत उष्ट्र दुग्ध की मधुमेह एवं ह्दय रोगों में उपयोगिता की वैज्ञानिक परख की जाएगी तथा सकारात्मक परिणाम मिलने पर मधुमेह रोगियों (टाइप-1 व टाइप-2) के प्रबंधन हेतु उष्ट्र दुग्ध की और अधिक मांग बढ़ेगी। इससे ऊँट पालन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा।
विभिन्न अनुभागों का किया भ्रमण
रोग के उपचार व प्रबंधन में एक नया आयाम जुड़ेगा। डॉ. साहू ने विद्यापीठ के पदाधिकारियों के साथ विभिन्न अनुभागों का भ्रमण करते हुए विषय-विशेषज्ञों से उनके कार्यों आदि के संबंध में परस्पर चर्चा भी की।
राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धांन केन्द्र (एनआरसीसी) बीकानेर एवं एसबीकेएस मेडिकल इस्टींटयूट एण्ड रिसर्च सेंटर सुमनदीप विद्यापीठ वड़ोदरा के मध्यय रिसर्च एवं नॉलेज प्रोग्राम के तहत हुए इस एमओयू पर एनआरसीसी के निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू एवं सुमनदीप विद्यापीठ, समतुल्यत विश्वविद्यालय के कुलपति एवं रजिस्ट्रार की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।
ये रहे उपस्थित
र्यक्रम में डॉ. नीरज देशपांडे, डॉ. सुरेश राठी, डॉ. पूनाचा, डॉ.लवलेश कुमार, डॉ.नवनीत सिंह, डॉ.मनसुख के शाह, डॉ. दीक्षित एम शाह, डॉ.राजेश पी. बारानय, प्रो.बाकुल जावड़ेकर, डॉ.विजय सिंह, डॉ.शीतल छाया, मेघना पटेल, डॉ. जया पांडेयन आदि उपस्थित रहे।
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