हाल-बेहाल – एक साल तक किसी दूसरे के खाते में जाती रही बुजुर्ग रामप्यारी की पेंशन
बीकानेर, (samacharseva.in)। हाल-बेहाल – एक साल तक किसी दूसरे के खाते में जाती रही बुजुर्ग रामप्यारी की पेंशन, सरकारी कार्य में लापरवाही का एक नमूना मंगलवार को सामने आया है। श्रीडूंगरगढ में गुंसाईसर गांव की निवासी एक बुजुर्ग महिला रामप्यारी पत्नी पोकरराम अपनी पेंशन के लिये पिछले एक साल से भटक रही थी। उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। उसे ना पेंशन मिल रही थी और ना ही कोई उसकी सुनवाई कर रहा था।
सरकारी कारिंदो ने अपने लापरवाही पूर्ण तरीके से काम करने की आदत के चलते रामप्यारी पत्नी पोकरराम का आधार नंबर गलत फीड कर दिया था। यही कारण था कि पेंशन रामप्यार पत्नी पोकर राम के बैंक खाते में नहीं जाकर रामप्यारी पत्नी पुरखाराम के खाते में जाती रही।
मंगलवार को श्रीडूंगरगढ में सरकारी कामों व सरकारी कार्यालयों का निरीक्षण करने पहुंचे कलक्टर कुमारपाल गौतम जब अपना काम निबटाकर लौटने वाले थे तो उनकी कार के पास पीडित रामप्यारी अपना दुखडा लेकर पहुंच गई। यह रामप्यारी की किस्मत ही थी कि कलक्टर गौतम ने उसकी पूरी बात सुनी। उसके सभी कागज देखे और कलक्टर ने गाड़ी से उतर कर पंचायत समिति की पेंशन शाखा का रुख किया। वहां पहुंचकर गौतम ने पाया कि रामप्यारी के सभी पेंशन दस्तावेज सही हैं और वह वृद्धावस्था पेंशन की पात्र है।
तुरत-फुरत हुई जांच में कलक्टर के सामने सरकारी लापरवाही का नमूना सामने आ गया। रामप्यारी पत्नी पोकरराम के आधार नम्बर की गलत फीडिंग हुई थी। यही कारण रहा कि उसकी पेंशन का ट्रांसफर रामप्यारी पत्नी पुरखा राम के खाते पिछले एक साल से हो रहा था। यह रकम 8 हजार 250 रुपए तक जमा हो चुकी थी। अब जहां गलती से जहां पैसे ट्रांसफर हुए हैं उस रामप्यारी के परिवार से सम्पर्क किया गया।
यहां भी पीडित रामप्यारी की किस्मत साथ दे गई की दूसरी रामप्यारी ने गलती से आई वह रकम अपने पास से असली हकदार रामप्यारी को लौटा दी। और इस तरह पात्र रामप्यारी को 8 हजार 250 रुपए नकद मिल गए।
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