सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारे शूटर रोहित व नितिन चंडीगढ़ से गिरफ्तार
USHA JOSHI बीकानेर, (समाचार सेवा)। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारे शूटर रोहित व नितिन चंडीगढ़ से गिरफ्तार, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेन के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के दोनों हत्यारों रोहित राठौड़ और नितिन फ़ौजी को रविवार 10 दिसंबर को चंडीगढ़ में गिरफ्तार किया गया है। दोनों ही शूटर चंडीगढ़ के सेक्टर 22ए के एक होटल में छुपे हुए थे। दोनों आरोपियों को हिसार में शरण देने वाले उधम को भी पुलिस ने पकड़ लिया है।
आरोपियों को जयपुर लाए जाने की तैयारी की जा रही है। यहां पर दोनों आरोपियों से गहन पूछतात की जाएगी। एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने मीडिया को बताया कि आरोपी हत्याकांड के बाद जयपुर से डीडवाना गए थे। हरियाणा पुलिस को सूचना थी कि आरोपी डीडवाना पहुंचे हैं। हरियाणा पुलिस की एक टीम भी वहां पहुंची थी।
उन्होंने बताया कि एसपी डीडवाना आलोक श्रीवास्तव ने सूचना मिलने पर रेड डाली। तब पता चला कि वे किसी टैक्सी से सुजानगढ़ की ओर निकल गए। सुजानगढ़ में टैक्सी वाले ने पुलिस को बताया कि आरोपी दिल्ली की बस में बैठकर चले गए हैं। बस वाले ने पुलिस को बताया कि आरोपी दारूहेडा में उतर गए थे। पुलिस टीम दारूहेड़ा पहुंची।
दिल्ली पुलिस की भी मिली मदद
वहां से दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के एडीजी रविन्द्र सिंह यादव से दिनेश एमएन ने बात की। दिल्ली पुलिस ने यहां भी अपनी टीम भेजी। बाद में पता चला कि आरोपी हिसार जा सकते हैं। हिसार रेलवे स्टेशन पर आरोपी उतरे थे। पता चला कि हिमाचल मंडी गए हैं। पता चला कि चंडीगढ़ में आ गए हैं। चंडीगढ़ में उनको लोकेट करके पकड़ लिया।
पांच दिसंबर को हुई थी गोगामेड़ी की हत्या
जानकारी में रहे कि दोनों आरोपियों ने इस माह 5 दिसंबर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उसके जयपुर में श्याम नगर स्थित घर में जाकर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इस गोलीबारी में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। गोगामेड़ी का गार्ड अजित सिंह भी गोली लगने से घायल हो गया था।
पांच-पांच लाख का रखा है ईनाम
वारदात के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिये उन पर पांच-पांच लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था। आरोपी शूटर नितिन फौजी हरियाणा के महेन्द्रगढ़ का रहने वाला है। नितिन फौजी की पहचान पंजाब पुलिस के डीवाईएसपी विक्रम बराड़ की मदद से हो सकी। शूटर रोहित जयपुर के झोटवाड़ा इलाके का निवासी है।
ज्वाइंट ऑपरेशन में मिली सफलता
आरोपियों को पकड़ने में डीजीपी उमेश मिश्रा, राजस्थान, एडीजी क्राइम दिनेश एमएन, बिजू जोर्ज जोसेफ, जयपुर कमिश्नरेट की पुलिस टीम, एसआईटी की टीम, एसओजी की टीम, डीडवाना एसपी आलोक श्रीवास्तव, हरियाणा पुलिस, हिसार पुलिस टीम, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम की खास भूमिका रही है।
अब हत्याकांड के राज से उठ सकेगा पर्दा
दोनों आरोपियों के पकड़े जाने से अब इस राज से पर्दा उठ सकेगा कि गोगामेड़ी की हत्या किसके इशारे पर की गई है। किसने आरोपियों को इसके लिये प्रशिक्षित किया। हत्या किन कारणों से की गई। किस प्रकार पूरी योजना बनाई गई थी और कैसे तथा किन-किन की मदद से इस योजना को अंजाम तक पहुंचाया जा सका। पुलिस जांच में पता चल सकेगा कि गोगामेड़ी को क्यों मारा गया।
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