रेतीले धोरों के बीच बढाया हैप्पीनेस इन्डेक्स, सुखद दाम्पत्य जीवन पर की कार्यशाला
बीकानेर। बीकानेर सांसद एवं केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवान ने बीकानेर के रेतीले धोरों के बीच सुखद दाम्पत्य जीवन पर कार्यशाला आयोजित कर देश में हैप्पीनेस इन्डेक्स बढाने का प्रयास किया।
मेघवाल के वैवाहिक जीवन की 50वीं वर्षगांठ पर बुधवार 27 जून को बीकानेर में जयपुर रोड स्थित भाटी डेजर्ट रिसोर्ट में आयोजित इस समारोह में ‘‘दिव्य पथ दाम्पत्य का’’ पुस्कत का विमोचन भी किया गया
पुस्तक का विमोचन नव दम्पति महेश राजपुरोहित और दीपिका राजपुरोहित ने किया। महेश-दीपिका की शादी 20 जून को ही हुई है।
सामाज में पारिवारिक व्यवस्था की धूरी पति-पत्नि के सुखद दाम्पत्य जीवन की शिक्षा देने वाली एवं वैवाहिक जीवन के 50 वर्ष पूर्ण करने वाले युगलों के दाम्पत्य जीवन के अनुभवों वाली पुस्तक ‘‘दिव्य पथ दाम्पत्य का’’ पुस्तक विमोचन केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल एवं नन्दीतैस निलयने ने भी किया।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. नन्दीतेश निलेय (माननीय सलाहाकार सदस्य आनन्द मंत्रालय, मध्यप्रदेश सरकार) रहे। केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने नव दम्पतियो को हैप्पीनैस इंडेक्स के गुर सिखाये। समारोह में केन्द्रीय मंत्री मेघवाल व उनकी पत्नी पाना देवी का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में हजारी महाराज, शहर भाजपा अध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, देहात भाजपा अध्यक्ष सहीराम दुसाद, महावीर सिंह चारण, प्रभुदयाल सारस्वत, अखिलेश प्रताप सिंह रामगोपाल सुथार, नंदकिशोर सोलंकी, सुरेन्द्र सिंह शेखावत, किशन चौधरी, एल. एन. वर्मा शामिल हुए।
इनके साथ ही एड. मुमताज़ अली भाटी, एड. कुलदीप शर्मा, रामेस्वर पारीक, किशनाराम गोदारा, गोरी शंकर अग्रवाल, अनिल शुक्ला, नवरत्न सिंह सिसोधिया, गोपाल अग्रवाल, दिल्लू खां कोहरी, विनोद धवल, अशौक मीणा, रामकरण सारण, सीआर चौधरी आदि भी उपस्थित रहे।
केवलिया बने सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी
बीकानेर, 27 जून। (समाचार सेवा)। सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय, बीकानेर के सहायक जनसम्पर्क अधिकारी शरद केवलिया ने बुधवार को सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी पद पर कार्यग्रहण किया। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में मंगलवार को पदोन्नति आदेश जारी किए गए थे। उल्लेखनीय है कि केवलिया को साहित्य लेखन के लिए राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर तथा राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।
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