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काम नहीं तो वेतन नहीं’ पर कार्मिकों का जवाब ‘काम नहीं तो वोट नहीं’

strike in rajasthan

बीकानेर, (समाचार सेवा) काम नहीं तो वेतन नहीं ’पर कार्मिकों का जवाब‘ काम नहीं तो वोट नहीं अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी दल को मुंह तोड़ जवाब देने का पूरा पूरा मन बना लिया है।

संघ ने राज्य सरकार के ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ के आदेश के जवाब में ‘काम नहीं तो वोट नहीं’ का नारा दिया है।

कर्मचारी नेताओं के अनुसा वर्तमान सरकार कर्मचारियों को सबसे ज्यादा नुकसान देने वाली सरकार के रूप में जानी जायेगी।

यही कारण है कि प्रदेश के कर्मचारी काम नहीं तो वोट नहीं के रूप में देंगे मुंहतोड़ जवाब देने का तैयार बैठे हैं। कर्मचारी नेताओं ने सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की निंदा करते हुए राज्य सरकार पर विश्वासघात का आरोप लगाया है।

इन नेताओं के अनुसार राज्य सरकार ने विभिन्न संगठनों के आंदोलनों को कुचलकर सामंतशाही सरकार होने का परिचय दिया है जिसकी जितनी आलोचना की जाए उतनी कम है।

महासंघ के प्रदेश महामंत्री तेज सिंह राठौड एवं जिलाध्यक्ष जयकिशन पारीक ने संयुक्त बयान जारी कर आरोप लगाया कि गत चार माह से राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री व अधिकारी लगातार कर्मचारी संगठनों के साथ वार्ताओं एवं समझौतो का ढोंग रचते रहे एवं गुमराह कर आंदोलन को टालने के षड्यंत्र करते रहे।

इस बात का खुलासा आदर्श आचार संहिता की घोषणा के बाद हुआ। उन्होने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के द्वारा बार-बार कर्मचारियों को 8, 16, 24, 32 वर्ष के सेवाकाल पर पदोन्नति पद का वेतनमान देने,

न्यूनतम वेतन 18 हजार करने, एम.टी.एस. घोषित करने, नवीन पेंशन योजना में जमा कर्मचारियों की राशि को जीपीएफ में जमा कराने जैसे मामलो में पूरी तरह से सहमति हो जाने के बावजूद भी आदेश जारी नहीं किया।

ऐसा कर कर्मचारियों के विश्वास को खण्ड-खण्ड किया है। राजनेताओं ने तो कर्मचारियों के साथ राजनीति की है। सरकार ने कर्मचारियों के संवैधानिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन किया है साथ ही अपने तानाशाही होने का प्रमाण दिया है।

जिला महामंत्री पृथ्वीराज लेघा ने कहा कि प्रदेश का कर्मचारी राज्य सरकार की दमनात्मक कार्यवाही एवं विश्वासघाती नीति को भुला नहीं पायेगा एवं समय आने पर माकूल जवाब देगा।

राज्य सरकार ने अपने अन्तिम क्षणों में  ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ के आधार पर आंदोलनकारी कर्मचारियों के संबंध में वेतन काटने का आदेश निकालकर कर्मचारी विरोधी होने को प्रमाणित किया है

जबकि दमनात्मक कार्यवाही की बजाय आंदोलनकारी कर्मचारियों के साथ संवाद कायम करते हुए उनसे हुए समझौतो को लागू करना चाहिए था एवं चुनाव पूर्व सुराज संकल्प पत्र में किये गये वायदों को पूरा करना चाहिए था।

सरकार के सिद्धांत के अनुरूप ही कर्मचारी भी  ‘काम नहीं तो वोट नहीं’ के सिद्धांत पर आगामी चुनाव में कार्य कर इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।

अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ राज्य के उन तमाम संगठनों के आंदोलनों का समर्थन करता है एवं उनके द्वारा कर्मचारी विरोधी सरकार के समक्ष किये गये साहस की प्रशंषा करता है।

हर्षोलाव तालाब परिसर के यज्ञ मंडप में वैदिक मंत्रोच्चारण से हवन में आहूतियां

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बीकानेर के हर्षोंलाव तालाब परिसर की यज्ञशाला में आहूतियां देते हुए श्रद्धालु।

बीकानेर, (समाचार सेवा) पितृ तृप्ति के लिए हर्षोंलाव तालाब परिसर में चल रहा 15 दिवसीय तर्पण का अनुष्ठान मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चारण से विष्णु यज्ञ, अमरेश्वर महादेव का दुग्धाभिषेक के बाद संपन्न हुआ।

वयोवृद्ध पंडित नथमल पुरोहित के शिष्य गोपाल ओझा, पंडित टी.टी.महाराज, सहित अनेक पंडितों ने वेद मंत्रों से भगवान विष्णु का पूजन करवाया तथा हवन में आहूतियां दिलवाई।

यज्ञशाला की विभिन्न नाम की कुंडियों में श्रद्धालुओं ने स्वयं ’स्वाहा’ आदि का उच्चारण करते हुए आहूतियां दिलवाई। आयोजन से जुड़े फूलसा सेवग ने बताया कि पितृपक्ष में तर्पण व अमावस्या पर हवन का अनुष्ठान प्रतिवर्ष किया जाएगा।

स्व. सांवर दइया की दो पुस्तकों का लोकार्पण आज

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बीकानेर के साहित्य्कार स्व. सांवर दइया।

बीकानेर, (समाचार सेवा) प्रख्यात साहित्यकार स्व. सांवर दइया की जयंती पर मुक्ति संस्था द्वारा बुधवार 10 अक्टूबर को सांय 5.30 बजे महाराजा नरेंद्रसिंह आॅडिटोरियम में दो पुस्तकों का लोकार्पण होगा।

संस्था के सचिव कवि-कहानीकार राजेंद्र जोशी ने बताया कि सांवर दइया की 10 अप्रकाशित कहानियों का संग्रह ‘छोटा-छोटा सुख-दुख’ बुलाकी शर्मा के संपादन में तथा हिंदी कवि डॉ. संजीव कुमार की चयनित कविताओं का

डॉ. नीरज दइया द्वारा किया राजस्थानी अनुवाद ‘घिर घिर चेतै आवूंला म्हैं’ का लोकार्पण होगा।

अपना घर आश्रम में हवन यज्ञ सम्पन्न

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बीकानेर के अपना घर आश्रम में हवन यज्ञ में शामिल हुए श्रद्धालु।

बीकानेर, (समाचार सेवा) श्राद्ध मास के अन्तिम दिन अमावस्य के अवसर पर मंगलवार को अपना घर आश्रम में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।

इस आयोजन में आश्रम में रह रहे सभी आश्रमवासियों ने बढ़चढ़ कर हिसा लिया। आयोजन में मधुरमय मंत्रो के उच्चारण के साथ सभी सेवादारों ने अपना घर आश्रम में आवास कर रहे आवासियो की लम्बी ऊम्र व स्वस्थ रहने की कामना करते हुवे हवन यज्ञ की पूर्णाहुति की।

समारोह में अपना घर आश्रम के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चीसिया, श्रवण महाराज, रमेश राठी, राजु   शर्मा, झंवर लाल सुथार, मोनू गहलोत तथा समस्त सेवादार आदि मौजूद रहे।

चांदी कटला में नवाह्न पारायण का आयोजन आज से

बीकानेर, (समाचार सेवा) नवयुवक मानस प्रचार समिति आचार्य चौक की ओर से स्थानीय चांदी कटला बैदो का चौक बीकानेर में 10 से 19 अक्टूबर तक श्री रामचरित मानस के नवाह्न पारायण एवं झांकिया का आयोजन कियाज जाएगा।

आयोजकों के अनुसार कौशलेन्द्र श्री रामजी की अनुकम्पा से विगत चालीस वर्षो यह आयोजन किया जा रहा है। आयोजकों ने समस्त मानस प्रेमियों को आयोजन में भाग लेने का आव्हान किया है।

जानकारी के अनुसार नवयुवक मानस प्रचार समिति की ओर से नवरात्रि में मानस प्रेमियो से अनुरोध किया गया है कि वे सपरिवार एवं इष्ट मित्रों सहित इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मर्यादा पुरुषोतम श्री रामजी के पावन चरित्र के गायन, श्रवण एवं झांकियों के दर्शन का अधिकाधिक लाभ उठावें।

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