किशन आजाद की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन
पुत्र सहित दोनों पुत्रियों ने दिवंगत पिता की अर्थी को दिया कांधा
उषा जोशी,
बीकानेर, (समाचार सेवा)। किशन आजाद की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन, सूचना एवं जनसंपर्क उपनिदेशक तथा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निजी स्टाफ के सदस्य किशन कुमार आजाद की देह शुक्रवार को यहां जस्सूसर गेट के बाहर व्यास समाज के मोक्षगृह वैकुंठधाम में शोकमग्न माहौल के बीच पंचतत्व में विलीन हो गई। स्व. आजाद के पुत्र एडवोकेट घनश्याम व्यास ने पार्थिव देह को मुखाग्रि दी।
मिलनसार व्यक्तित्व के धनी रहे किशन कुमार आजाद के अंतिम संस्कार में भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। इससे पहले शहर में व्यासों के चौक से रवाना हुई दिवंगत किशन कुमार आजाद की अर्थी को उनकी दोनो पुत्रियों ने रूंधे गले से कंधा दिया।
उनकी अंतिम यात्रा में परिवार और समाज के गणमान्य जन सहित शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नूर मोहम्मद गौरी, समाजवादी नेता नारायण दास रंगा, शहर कांग्रेस के उपाध्यक्ष एडवोकेट हीरालाल हर्ष, श्रीप्रकाश सांखला, कमल कल्ला, भाजपा आईटी सेल के प्रदेश संयोजक अविनाश जोशी, जयपुर में तैनात जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मनमोहन हर्ष,
वेटरनरी विश्वविद्यालय बीकानेर के जनसंपर्क अधिकारी दिनेशचन्द्र सक्सेना, कृषि विवि बीकानेर के जन संपर्क अधिकारी हरिशंकर आचार्य, पूर्व जन संपर्क कर्मी राजेन्द्र भार्गव, पत्रकार आरके जैन, श्याम शर्मा, दीपचंद सांखला, नीरज जोशी, बीकानेर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष सुरेश बोड़ा, पूर्व पार्षद भानु व्यास, समेत बड़ी तादाद में गणमान्यजन शामिल रहे।
जानकारी में रहे कि जन संपर्क विभाग के पूर्व उप निदेशक किशन कुमार आजाद का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार शाम जयपुर में निधन हो गया। वे 64 वर्ष के थे। पत्रकार से जनसंपर्क अधिकारी बने किशन कुमार आजाद पत्रकार और बीकानेर शहर कांग्रेस अध्यक्ष रहे स्व. ललित आजाद के पुत्र थे। वे लीवर एवं कैंसर की बीमारी से ग्रस्त थे और जयपुर के एसएमएस अस्पताल में गुरुवार रात 9 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
किशन कुमार आजाद के उपचार के लिए मुख्यमंत्री भी चिंतित रहे और उन्होंने दिल्ली के एलबीएस अस्पताल में और बाद में भगवान महावीर कैंसर अस्पताल में उनके इलाज की विशेष व्यवस्था करवाई थी। भगवान महावीर कैंसर अस्पताल में तो मुख्यमंत्री उनके हाल जानने भी पहुंचे थे।
सजग पत्रकार थे आजाद
किशन कुमार व्यास ने अपने पिता ललित कुमार आजाद के समाचार पत्र दैनिक कलम के प्रकाशन में सहयोग के साथ ही पत्रकारिता सीखनी शुरू की। बाद में वे दैनिक नवज्योति के बीकानेर ब्यूरोचीफ बने। इसके बाद वे जनसंपर्क विभाग में सहायक जनसंपर्क अधिकारी बने। जयपुर में जनसंपर्क अधिकारी रहते वे राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के राष्ट्रीय पर्व के अवसरों पर पढ़े जाने वाले भाषण बनाने की टीम के सदस्य बने।
कुछ वर्ष पहले किशन कुमार आजाद राज्य में कांग्रेस के प्रमुख नेता अशोक गहलोत टीम से जुड़े हुए थे। गहलोत के मुख्यमंत्री पद और विपक्ष में रहते समय भी वे उनकी टीम में बने रहे। आजाद अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र एवं दो पुत्रियों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। आजाद के निधन का समाचार सुनकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आजाद उनके निजी स्टाफ के ही नहीं बल्कि परिवार के सदस्य की तरह थे।
[email protected] Mobil & Whats app no. 7597514697
Share this content: